प्रदेशानुभूति कार्यक्रम भारत का एक्य है- प्रो.संजीव कुमार शर्मा.

प्रदेशानुभूति कार्यक्रम भारत का एक्य है- प्रो.संजीव कुमार शर्मा.

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ ईकाई महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिहार के तत्वावधान में चाणक्य परिसर स्थित पंडित राजकुमार शुक्ल सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो.संजीव कुमार शर्मा ने की। अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए प्रो.संजीव कुमार शर्मा,माननीय कुलपति,महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिहार ने कहा कि ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम श्रृंखला मात्र भौगोलिक दूरियों को जोड़ने का माध्यम नहीं है। भारतवर्ष की वैभवशाली परंपरा में अवगाहन करने,आत्ममूल्यांकन करने का मार्ग है। विराट संस्कृतियों की यह थाती हमारी शक्ति है।


‘प्रदेशानुभूति’ कार्यक्रम श्रृंखला के अंतर्गत आज ‘हरियाणा’ राज्य की विरासत एवं संस्कृति केंद्र में थी। भारत के लिए एक राष्ट्र की अवधारणा सांस्कृतिक विविधता पर आधारित है। इस कार्यक्रम का उद्देश्‍य देश की जनता के बीच भावनात्‍मक एकता के परम्‍परागत ताने-बाने को मजबूत बनाना है। देश के विभिन्न प्रदेशों की समृद्ध संस्‍कृति तथा विरासत, खान-पान, हस्‍तकलाओं और रीति-रीवाजों को प्रदर्शित करना है।

स्वागत उद्बोधन देते हुए प्रो.रफ़ीक उल इस्लाम(नोडल अधिकारी, ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ ईकाई, महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिहार) ने कार्यक्रम श्रृंखला के मूल उद्देश्य से सभी को परिचित कराया।


प्रो.राजेन्द्र सिंह(अधिष्ठाता, मानविकी एवं भाषा संकाय) ने पीपीटी के माध्यम से हरियाणा राज्य की महान विरासत एवं संस्कृति से हमें जोड़ा। हरियाणा देश का प्रमुख राज्य है जिसका समृद्ध इतिहास है। विविध जातियों, संस्कृतियों और धर्मों को समोये इस राज्य ने अपनी सामाजिक लोक परंपराओं को संरक्षित किया है। प्रो.सिंह ने हरियाणा राज्य के गौरवशाली इतिहास,साहित्य, खान-पान, वेशभूषा, लोक-संस्कृति एवं जीवन-उत्सव की आभासीय झांकी प्रस्तुत की।


धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रश्मि श्रीवास्तव(सहायक आचार्य, शिक्षाशास्त्र विभाग) एवं मंच संचालन डॉ. बिमलेश कुमार(अध्यक्ष,अंग्रेजी विभाग) ने किया।

आभार-रश्मि सिंह,पीएच-डी शोधार्थी,हिन्दी विभाग.

Leave a Reply

error: Content is protected !!