भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ की 8 वीं तीन दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक पांडेय की अध्यक्षता में (हावड़ा) पश्चिमी बंगाल में हुई आयोजित।

भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ की 8 वीं तीन दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक पांडेय की अध्यक्षता में (हावड़ा) पश्चिमी बंगाल में हुई आयोजित।

देश भर के 22 राज्यों से हजारों पत्रकार पहुँचे राष्ट्रीय सम्मेलन में।
हरियाणा का प्रतिनिधित्व श्रमजीवी पत्रकार संघ हरियाणा की प्रदेशाध्यक्ष व बीएसपीएस की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. इन्दु बंसल जैन ने किया।
राष्ट्रीय सम्मेलन में उठा पत्रकारों की सुरक्षा का मुद्दा व बीएसपीएस को सशक्त करने की अपील।

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श्रीनारद मीडिया वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक,हरियाणा

भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ की 8 वीं तीन दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस हावड़ा में आयोजीत हुई। पहले दिन की नेशनल कॉन्फ्रेंस नोक्स रेसिडेंसी हावड़ा में संपन्न हुई। राष्ट्रीय पत्रकार सम्मेलन की अध्यक्षता बीएसपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक पांडेय ने की व संचालन राष्ट्रीय महासचिव शाहनवाज हसन ने किया। इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक पांडेय ने बंगाल के पृष्ठभूमि में 9 जनवरी की ऐतिहासिक महत्ता के बारे में कई रोचक जानकारी साझा की। बीएसपीएस के राष्ट्रीय महासचिव शहनवाज हसन ने भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आज देश भर के पत्रकार संगठन से जुड़े हुए हैं।

उन्होंने सभी से आग्रह करते हुए कहा कि सभी एक परिवार की तरह से अपनी एकता का परिचय दें। श्रमजीवी पत्रकार संघ हरियाणा की प्रदेश अध्यक्ष व भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. इन्दु बंसल जैन ने कहा कि मुझे जो मान और सम्मान बीएसपीएस से मिला वो किसी भी संगठन से नही मिला। डॉ. बंसल में कहा कि हरियाणा में हमने पत्रकारों के लिए श्रमजीवी पत्रकार संघ हरियाणा की सदस्यता शुल्क केवल 10 रुपए रखी है जो देश भर में एक मिशाल है।

डॉ. बंसल ने बताया कि प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की तरह डिजिटल मीडिया के पत्रकारों को भी सरकार से मान्यता व सभी सुविधाएं मिले इस के लिए हम ने हरियाणा सरकार से मांग रखी है। राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. इंदु बंसल ने कहा कि पत्रकारों को अपने पत्रकारिता धर्म का पालन करना चाहिए। उन्हें सच लिखने से नही डरना चाहिए। इसके लिये आज जरूरत है हम सभी पत्रकारों को आपसी विश्वास को बनाए रखना है।

तीन दिवसीय सेमिनार में बीएसपीएस के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव सैयद नशरीन बीएसपीएस बंगाल प्रदेश अध्यक्ष शैलेश्वर पांडा, सचिव वाणीव्रत करा, संगठन सचिव सौरव सिन्हा, उपाध्यक्ष सुजित पाल और उनकी पूरी टीम ने देश भर के पत्रकारों का बंगाल पहुचने पर हार्दिक अभिनंदन किया। राष्ट्रीय सम्मेलन में बीएसपीएस के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी और सभी प्रदेशों के प्रदेश अध्यक्ष के अलावे कई देशों के पत्रकार भी शामिल हुए। इस मौके पर मध्यप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अरुण सक्सेना ने कहा कि जब किसी पत्रकार की अचानक मौत हो जाती है तो परिवार के समक्ष कई प्रकार का संकट उत्पन्न हो जाता है।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में भी पत्रकारों को संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है। जिन पत्रकारों की बात सरकार को अच्छी नहीं लगती उन पत्रकारों के ऊपर झूठा मुकदमा तक दर्ज कर दिया जाता है। छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष गंगेश द्विवेदी ने कहा कि प्रदेश में पत्रकारों के उपर हिंसात्मक घटनाएं बढ़ीं हैं। जिससे चुनौतियां बढ़ी है। प्रदेश सरकार पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर लापरवाह बनी हुई है।

आंध्रप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष वीर भद्र राव ने कहा कि 1978 से पत्रकारिता में हूं। पत्रकार आज क्यों रो रहे हैं, यह चिंता की बात है। आजकल पत्रकार को लेकर कोई भी गंभीर नहीं है। पत्रकार क्या समझ रहे हैं वही वे लिख रहे हैं। अब सभी पत्रकारों को एक योजना बना कर कार्य करना पड़ेगा। आज जरूरी है कि भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ को सभी प्रदेश के पत्रकार आर्थिक रूप से मजबूत करें। इसके लिए संगठन की पत्रिका चौथा स्तंभ के लिए मिलकर कार्य करें। तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष ने अगली नेशनल कांफ्रेंस चेन्नई में आयोजित कराने का प्रस्ताव रखा।

उत्तरप्रदेश अध्यक्ष प्रदीप शर्मा ने कहा कि हमारी 46 जिलों में संगठन की ईकाई है। हमारे सदस्यों की संख्या बढ़ी हैं। हम सभी सशक्त हैं। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंदन मिश्रा ने कहा कि हमारा उद्देश्य साफ है वर्तमान काल पत्रकारिता का भक्तिकाल चल रहा है। खुश करने की कला आज संकटकाल बन चुकी है। हमें इससे उबरना पड़ेगा। उन्ही पत्रकारों की पहचान बनती है जो व्यवस्था के खिलाफ लिखते हैं। समय को पहचाने पत्रकार, जो सच है उसे लिखने ही हिम्मत करें। व्हाट्सअप यूनिवर्सिटी से उबरने की जरूरत है। मौके पर विशेषज्ञ ने एआई तकनीक के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कई महत्वपूर्ण जानकारी दी। कहा कि आज एआई आर्थिक पहलू में काफी मददगार साबित हो रहा है।

पत्रकारों के मामले में अब एक बड़ा आंदोनल करने की जरूरत है। सरकार के समक्ष अपनी बात रखनी होगी। हम सभी नई दिल्ली में एकत्रित होकर अपनी मांग को मजबूती के साथ रखना होगा।पत्रकारों को शक्ति प्रदर्शन करना ही होगा। चलो सभी नई दिल्ली का नारा दिया। बीएसपीएस सम्पूर्ण देश भर में सक्रिय है। संगठन सचिव गिरिधर शर्मा ने अपनी कविता और गजल के माध्यम से सभी में जोश भर दिया। उन्होंने कहा कि बंगाल की टीम ने जिस तरह से पत्रकारों का स्वागत किया वह काबिले तारिफ है। पत्रकार सुरक्षा कानून को हर हाल में लागू करना ही होगा। हम उत्पीड़न से कदापि नहीं डरें। हमे अपने डर को दूर कर निर्भीक लेखन करना चाहिए।

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