सुप्रीम कोर्ट पहुंचा भगदड़ का मामला,जनहित याचिका हुई दाखिल

सुप्रीम कोर्ट पहुंचा भगदड़ का मामला,जनहित याचिका हुई दाखिल

महाकुंभ में भगदड़ के बाद कई बदलाव क‍िए गए

1001467106
1001467106
previous arrow
next arrow
1001467106
1001467106
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या से पहले प्रयागराज के संगम क्षेत्र में मंगलवार रात भगदड़ मच गई थी। बुधवार रात घटी इस घटना में 30 लोगों की मौत हो गई। वहीं, कई लोग घायल हो गए। इस घटना को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है।महाकुंभ जैसे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर भगदड़ को रोकने के लिए राज्य सरकारों को निर्देश, नीति और नियम बनाने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई।

पीआईएल में क्या की गई मांग?

एक वकील द्वारा दायर जनहित याचिका में यह निर्देश देने की मांग की गई है कि यह सुनिश्चित की जाए कि वीआईपी आवाजाही  से आम श्रद्धालुओं को परेशानी न हो। वहीं, महाकुंभ में श्रद्धालुओं के प्रवेश और निकास के लिए अधिकतम स्थान प्रदान किया जाए।
जनहित याचिका में उत्तर प्रदेश सरकार को 29 जनवरी को हुई महाकुंभ 2025 भगदड़ की घटना पर स्थिति रिपोर्ट पेश करने के निर्देश देने की भी मांग की गई। वहीं, इस भगदड़ के लिए जो अधिकारी  जिम्मेदार हैं, उनपर कार्रवाई करने की मांग की गई है।

कैस मची थी भगदड़?

मौनी अमावस्या के मौके पर संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ बढ़ गई थी। भीड़ इतनी बढ़ गई कि लोग सो रहे श्रद्धालुओं पर बैरिकेडिंग तोड़कर चढ़ गए। घटना और लगातार भीड़ बढ़ने के बाद, प्रशासन ने अखाड़ों से अपने अनुष्ठान स्नान को अस्थायी रूप से स्थगित करने का अनुरोध किया।

महाकुंभ में भगदड़ के बाद कई बदलाव क‍िए गए
महाकुंभ में मौनी अमावस्या से पहले संगम तट पर भगदड़ मच गई। भगदड़ में 30 से ज्‍यादा लोगों की मौत हो गई तो 60 से ज्‍यादा लोग घायल हुए हैं। इस घटना के बाद शासन ने सख्त कदम उठाए हैं। मेला क्षेत्र में कई बड़े बदलाव कर द‍िए गए हैं। महाकुंभ मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।
आपको बता दें क‍ि कई रास्‍तों को वन-वे तक कर दिया गया है। फ‍िलहाल मेला क्षेत्र में हालात कंट्रोल में हैं। श्रद्धालु पव‍ित्र संगम में आस्‍था की डुबकी लगा रहे हैं। भगदड़ के बाद सीएम योगी ने ज‍िम्‍मेदार अध‍िकार‍ियों संग बैठक की है। वहीं उन्‍हें जरूरी नि‍र्देश द‍िए हैं ज‍िनका पालन कराया जा रहा है। ये बदलाव बसंत पंचती त‍क लागू रहेंगे।

भगदड़ के बाद हुए ये बदलाव

महाकुंभ में भगदड़ के बाद काली रोड पार्किंग को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। पैदल यात्रियों के साथ वाहनों का भी प्रवेश अब नहीं हो रहा है। लाल मार्ग पर भी वाहनाें के प्रवेश को प्रति‍बंध‍ित कर दिया गया है। हालांकि पार्किंग स्थल पूरा खाली है। न तो यहां वाहन खड़े क‍िए जा रहे हैं और न ही यहां पर श्रद्धालुओं की भीड़ है।


प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद हैं। सभी स्नान करके अपने घर लौट रहे हैं। एडीजी और जिलाधिकारी प्रयागराज एक-एक श्रद्धालु को सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंचाने में लगे हुए हैं। रेलवे से संपर्क-समन्वय बनाकर ट्रेनों का लगातार संचालन कराया जा रहा है। परिवहन निगम की अतिरिक्त बसें भी लगाई गईं हैं।

श्रद्धालुओं के ल‍िए हर चीज का प्रबंधन

इसके अलावा मेला क्षेत्र में भीड़ का दबाव न बने इसके लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं। जहां कहीं भी लोगों को रोका गया है, वहां सभी के भोजन/पेयजल का प्रबंध किया गया है। किसी भी होल्डिंग एरिया में बिजली आपूर्ति बाधित नहीं हो रही है।

प्रयागराज के सीमावर्ती ज‍िले में पेट्रोलिंग बढ़ा दी गईं हैं। अयोध्या-प्रयागराज, कानपुर-प्रयागराज, फतेहपुर-प्रयागराज, लखनऊ-प्रतापगढ़-प्रयागराज, वाराणसी-प्रयागराज जैसे सभी मार्गों पर कहीं भी यातायात अवरुद्ध नहीं हो रहा है। प्रयागराज से वापसी के सभी मार्गों को लगातार खुला रखा जा रहा है।

श्रद्धालुओं का आवागमन जारी

फ‍िलहाल महाकुंभ मेला क्षेत्र में लगातार श्रद्धालुओं का आवागमन जारी है। कहीं भी भीड़ का दबाव न बने, इसका पूरा ध्‍यान रखा जा रहा है। आपको जानकारी के ल‍िए बता दें क‍ि तीन फरवरी को बसंत पंचमी के मौके पर ‘अमृत स्नान’ होना है। इसको लेकर मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक गुरुवार को महाकुम्भ मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं की समीक्षा करेंगे।
बसंत पंचमी के दृष्टिगत सुरक्षा व सुविधा से जुड़े हर एक बिंदु पर फोकस रहेगा। महाकुंभ में व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए कुम्भ 2019 के समय प्रयागराज में बतौर मंडलायुक्त सेवा दे चुके आशीष गोयल और एडीए के वीसी रहे भानु गोस्वामी की तैनाती की जा रही है।

12 फरवरी तक प्रयागराज में रहेंगे विशेष सचिव स्तर के अधिकारी

इसके अतिरिक्त विशेष सचिव स्तर के 5 अधिकारियों को भी भेजा जा रहा है। यह सभी 12 फरवरी तक प्रयागराज में उपस्थित रहेंगे। व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने में सहयोग देंगे। इसके अतिरिक्त, पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों को भी तैनात किया जाएगा।

भगदड़ के बाद जारी किए गए आवश्यक फोन नंबर

  • हेल्पलाइन नंबर -1920
  • प्रयागराज मेला प्राधिकरण- 0532-2504011 0532-2500775
  • महाकुंभ वाट्सएप चैटबॉट- 08887847135
  • महाकुंभ फायर हेल्पलाइन-1945
  • महाकुंभ फूड एंड सप्लाई हेल्पलाइन- 1010
  • महाकुंभ एंबुलेंस- 102 व 108
  • महाकुंभ मेला पुलिस हेल्पलाइन- 1944
  • महाकुंभ डिजास्टर हेल्पलाइन- 1077

इन पांच अध‍िकार‍ियों को सौंपी गई ज‍िम्‍मेदारी

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!