भारत की ये सात बड़ी सड़क सुरंगे, देती हैं सुहाने सफर की गारंटी,कैसे?

भारत की ये सात बड़ी सड़क सुरंगे, देती हैं सुहाने सफर की गारंटी,कैसे?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

रीवा-सीधी राष्ट्रीय राजमार्ग पर मोहनिया घाटी में एक हजार चार करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई 2.82 किलोमीटर लंबी सुरंग का लोकार्पण शनिवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे। इस सुरंग के बनने से रीवा और सीधी के बीच की दूरी सात किलोमीटर तक घट जाएगी। इस दौरान दो हजार 443 करोड़ रुपये की लागत की सात सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी होगा।

इन मार्गों की लंबाई 204.81 किलोमीटर है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी में होने वाले मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के कार्यक्रम और सड़क परियोजनाओं के लोकार्पण कार्यक्रम की समीक्षा की। उन्होंने सीधी, सिंगरौली, सतना और रीवा के कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि सभी पंचायतों में कार्यक्रम हों और हितग्राहियों को स्वीकृति पत्र वितरित किए जाएं।

लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 18 दिसंबर 2018 से सड़क सुरंग बनाने का काम प्रारंभ हुआ था। इसे मार्च 2023 में पूरा होना था लेकिन यह पहले ही पूरा कर लिया गया है। छह लेन मार्ग को आपस में सात स्थानों पर जुड़ने के लिए अंडर पास दिए गए है ताकि कोई वाहन बीच से लौटना चाहते तो सरलता से लौट सकता है। सुरंग के साथ घाटी से लेकर चुरहट तक 15.7 किलोमीटर की फोरलेन बायपास सड़क का भी निर्माण किया गया है।

चेनानी नशरी सुरंग

जम्मू कश्मीर के उधमपुर में चेनानी कस्बे को रामबन जिले के नशरी कस्बे से जोड़ती है। यह पटनीटॉप इलाके में पड़ती है। जम्मू—कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग पर शिवालिक की पहाड़ियों पर बनी है। बता दें कि इस सुरंग की लंबाई 9.2 किलोमीटर है। यह सुरंग एशिया की सबसे लंबी सुरंगों में से एक है। इस सुरंग के खुलने के बाद श्रीनगर और जम्मू के बीच का रास्ता सिर्फ दो घंटे में पूरा हो जाता है। यह भारत की सबसे बड़ी सड़क सुरंग है।

दुनिया की सबसे ज्यादा ऊंची और भारत की दूसरी सबसे बड़ी सड़क सुरंग में रोहतांग पास का नाम आता है। यह हिमाचल प्रदेश के रोहतांग दर्रा के नीचे और 3,878 मीटर की ऊंचाई पर बनाई गई है। इसकी कुल लंबाई 8.8 किलोमीटर है। इसके खुलने के बाद लाहौल और स्पिति वैली तक सड़क आवागमन सुचारू हो गया है। इससे लेह-मनाली हाईवे की लंबाई इससे 46 किलोमीटर कम हो गई है।

बनिहाल से काजीगुंड सुरंग

जम्मू से कश्मीर को जोड़ने वाली बनिहाल से काजीगुंड तक बनी सड़क सुरंग शुरू हो रही है। यह देश की तीसरी सबसे लंबी सुरंग है। इसकी लंबाई 8.45 किलोमीटर है। इसकी ऊंचाई जवाहर सुरंग से कम 400 मीटर है। इससे जम्मू-कश्मीर पहुंचने की दूरी डेढ़ घंटे कम हो जाएगी। करीब 16 किलोमीटर की यह दूरी मात्र 15 मिनट में तय हो जाएगी। पीरपंजाल पहाड़ी पार करने के बाद दोनों तरफ जो मैदानी इलाका पड़ता है उसमें इस टनल की टयूब खुलती हैं। यही वजह है कि यह हर मौसम में चालू रहेगी।

घाट की गुणी सुरंग

राजस्थान के जयपुर में बनी सुरंग देश की चौथी सबसे बड़ी सड़क सुरंग है। यह जयपुर के पूर्वी हिस्से से घुसने और बाहर निकलने के लिए बनाई गई है। इस सुरंग की लंबाई 2.8 किलोमीटर है। इसके आसपास कई ऐतिहासिक इमारते हैं। इसे झलाना हिल्स पर बनाया गया है। साथ ही पूरे रास्ते पर आधुनिक लाइटें भी लगाई गई हैं। बहुत जल्द ही इस सुरंग से टोल भी समाप्त हो जाएगा।

ऑट सुरंग

यह चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग 21 का हिस्सा है। लार्जी बांध जलाशय के पास बनी ऑट सुरंग की लंबाई 2.76 किलोमीटर है और इससे हिमाचल प्रदेश के कुल्लू-मनाली जाने में आसानी होती है।

जवाहर सुरंग

समुद्र से 2194 मीटर की ऊंचाई पर बनिहाल सुरंग को जवाहर के नाम से जाना जाता है। बनिहाल दर्रे पर ये सड़क सुरंग 2.5 किलोमी. लंबी है। यह जम्मू कश्मीर में बनिहार और काजीगुंड के बीच स्थित है। अब इस सुरंग में सीसीटीवी कैमरे, वायुसंचार प्रणाली, आपात निकास और विश्वस्तरीय विद्युत व्यवस्था भी की गई है।

खाम्शेट सुरंग

यह सुरंग 1843 किलोमीटर लंबी है। पुणे के खाम्शेट के पास बनी सुरंग महाराष्ट्र की सबसे लंबी सुरंग कही जाती है। मुंबई पुणे राजमार्ग पर दो ट्यूब की इस सुरंग में तीन लेन हैं।

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