तीन दिवसीय खेढ़वा मेला  हुआ प्रारंभ, पूजा के लिए पहुंचे लाखों की संख्‍या में श्रद्धालु 

तीन दिवसीय खेढ़वा मेला  हुआ प्रारंभ, पूजा के लिए पहुंचे लाखों की संख्‍या में श्रद्धालु
कोराेना महामारी को लेकर दो वर्ष बाद लगा है खेढ़वा माई का  मेला

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया, देवेन्‍द्र तिवारी/एम सावर्ण, बसंतपुर/भगवानपुर हाट,  सीवान ( बिहार )

सीवान जिले के भगवानपुर प्रखंड तथा बसंतपुर थाना के खेढवा स्थित प्रसिद्ध खेढवा माई स्थान का तीन दिवसीय मेला पूजा अर्चना के साथ शुक्रवार को प्रारंभ हो गया ।अहले सुबह ही पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालु कतार बद्ध होकर पूजा के लिए अपनी बारी की इंतजार करते दिखे ।

परंपरा के अनुसार पहले खेढवा गांव के लोग पूजा अर्चना के साथ झंडा की स्थापना करते है। उसके बाद पूजा अर्चना के बाद महा आरती की जाती है, उसके बाद देवी की पूजा के बाद बाहरी या दूसरे गांव के लोग पूजा अर्चना प्रारंभ करते है ।

पूजा स्थल पर महिला श्रद्धालुओं के लिए महिला पुलिस तैनात की गई थी । और देर रात तक श्रद्धालु पहुंचते रहे और पूजा अर्चना में आस्था देखी गई ।

मेले के चारो तरफ 5 किलो मीटर तक सुरक्षा , मेले से 5 किलो मीटर चारो तरफ पुलिस हर चौक चौराहों पर तैनात देखी गई । इसके बाद मेला समिति के सदस्य भी सुरक्षा व्यवस्था में देखे गए।

सिवान से अतिरिक्त पुलिस के साथ महिला पुलिस भी मेले में तैनात किए गए है ।

मनोरंजन के साधन, मेला में आनेवाले मनोरंजन का भी लुत्फ उठा रहे है । छोटा झूला, बड़ा झूला, सर्कस, मौत का कुआ आदि में दर्शक भडे पड़े है । सबसे अधिक जलेबी की बिक्री, मेला में आने वाले एक दूसरे को जलेबी खिलाकर स्वागत कर रहे थे । बच्चो से लेकर सभी लोग जलेबी का लुत्फ उठा रहे है। कितने लोग परिवार के लिए भी खरीद कर ले जा रहे है ।

मेले की विशेषता, खेढवा माई की कृपा सभी भक्तो पर बनी रहती है। सच्चे मन से जो मन्नत मागता है, भवानी अवश्य पूर्ण करती है । यहां पूरे साल सुबह शाम गांव के श्रद्धालुओं
द्वारा पूजा अर्चना तथा शाम को दीपक जलाना रोजमर्रा का कार्य है। दो साल के अंतराल पर मेला का आयोजन, 2020 और 21 में कोरोना के कारण पूजा अर्चना तो हुई, लेकिन बाहरी
लोग नही आ सके, और मेला का आयोजन नहीं हुआ था।

यह भी पढ़े

सीमा पर तैनात जवानों को कौन बांधता है राखी ? उन तक कैसे पहुंचते हैं बहनों के भेजे राखी, पढ़े यह खबर

गौतम बुद्ध  क्यों कहा था कि हर इंसान की चार पत्नियां  होनी चाहिए

जिस घर में होता है यह पेड़ वहां अकाल मृत्यु और चिंताएं प्रवेश नहीं कर पाती

घर में इस जगह लगाएं तुलसी, गेंदा और अशोक का पेड़, हो जाएंगे मालामाल 

Leave a Reply

error: Content is protected !!