ट्रूनेट मशीन से अब होगी टीबी रोगियों की जांच, बेहतर इलाज होगा आसान

ट्रूनेट मशीन से अब होगी टीबी रोगियों की जांच, बेहतर इलाज होगा आसान

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow

संचारी रोग पदाधिकारी ने किया ट्रूनेट मशीन से जांच प्रक्रिया का उद्घाटन:
टीबी उन्मूलन की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा यह सरकारी प्रयास:

श्रीनारद मीडिया, अररिया, (बिहार):


अररिया जिले में टीबी मरीजों को अब ससमय व बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराना आसान होगा। टीबी रोगियों की जांच के लिये ट्रूनेट मशीन उपयोग में लाये जायेंगे। इससे टीबी मरीजों के जांच के सटीक नतीजे प्राप्त हो सकेंगे। वहीं जांच रिपोर्ट के लिये भी लोगों का लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इसे लेकर शुक्रवार को जिला यक्ष्मा केंद्र में ट्रूनेट मशीन से जांच प्रक्रिया का विधिवत उद्घाटन किया गया। पूर्व में टीबी मरीजों की जांच के लिये सीबीनेट मशीन उपयोग में लाया जाता था। इसमें टीबी के गंभीर रोगियों का पता लगाना मुश्किल होता था। लिहाजा ऐसे रोगियों को जांच व इलाज के लिये दूर-दराज के चिकित्सकीय संस्थानों में हमारी निर्भरता बनी हुई थी। ट्रूनेट मशीन से जांच की सुविधा उपलब्ध होने से जिलेवासियों को होने वाली इस परेशानी से बचाया जा सकेगा। मौके पर डीपीएम एड्स अखिलेश्वर प्रसाद सिंह, डीसी टीबी दामोदर शर्मा, एसटीएस पिंकू कुमार साह, गुणानंद साह, एलटी शंकर प्रसाद, मनोज गोस्वामी, अशोक कुमार सहित अन्य मौजूद थे।

गंभीर टीबी रोगियों का पता लगाना होगा आसान:
जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ वाईपी सिंह ने बताया कि टीबी के गंभीर रोगियों का पता लगाने में ट्रूनेट मशीन बेहद उपयोगी है। इसकी मदद से जांच नतीजे प्राप्त होने में अपेक्षाकृत कम समय लगेंगे। समय पर रोग की पहचान होने से इलाज की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराना भी आसान होगा। उन्होंने बताया कि ट्रूनेट मशीन में एमडीआर रोगी की जांच आसान होगी। एमडीआर को देशी भाषा में बिगड़ी हुई टीबी बोला जाता है। सीबीनेट मशीन में एमडीआर रोगियों का पता लगाना मुश्किल होता था। लिहाजा जांच के लिये मरीजों को बाहर भेजने के लिये मजबूर होना पड़ता था। एडीआर यानि मल्टीपल ड्रग रेजिस्टेंस टीबी में टीबी के इलाज में प्रथम लाइन मेडिसिन बेअसर हो जाता है। यह सामान्य टीबी के मुकाबले ज्यादा खतरनाक होता है।

कम समय में प्राप्त होंगे जांच के नतीजे:
जिला टीबी कोर्डिनेटर दामोदर शर्मा ने बताया कि ट्रूनेट मशीन की मदद से जांच के नतीजे कम समय में प्राप्त हो सकेंगे। ट्रूनेट मशीन से रोगियों की जांच के लिये लेब टेक्निशियन व एसटीएलएस को खासतौर पर प्रशिक्षित किया गया है। जिला यक्ष्मा केंद्र के प्रावैधिक शंकर प्रसाद व फारबिसगंज टीबी यूनिट के मुकेश पासवान को ट्रूनेट मशीन से जांच का जिममा सौंपा गया है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को मशीन से जांच प्रक्रिया शुरू होने के बाद टीबी के दो मरीज सामने आये। फारबिसगंज पीएचसी में भी ट्रूनेट मशीन की उपलब्धता की जानकारी उन्होंने दी।

यह भी पढ़े

Raghunathpur: निगरानी जांच हेतु नियोजित शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों के जमा फोल्डर की पावती सूची की मांग

सीवान के सपूत व हिन्दी – भोजपुरी के प्रसिद्ध साहित्यकार डॉक्टर रामाशंकर श्रीवास्तव के निधन पर शोक की लहर

शादी में डांस के दौरान बवाल, दो भाइयों को गोली मारी, एक की मौत

आधार कार्ड में जन्म तिथि, पता, नाम में सुधार करवाना अब बेहद आसान

 परिवहन विभाग के घूसखोर अधिकारी अर्जुन प्रसाद की 4 करोड़ 74 लाख की संपत्ति होगी जब्त 

पटना चिकित्स्क पद के लिए कॉउंसलिंग करने जा रहे डॉक्टर का कार सड़क किनारे पानी में पलटा, एक की मौत, दूसरा घायल 

Leave a Reply

error: Content is protected !!