हमें नेशन फर्स्ट, ऑलवेज फर्स्ट के मंत्र के साथ आगे बढ़ना है-पीएम मोदी.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्‍क

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों को संबोधित करते हुए टोक्यो ओलिंपिक गए भारतीय दल का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय ​खिलाड़ियों को तिरंगा लेकर चलते देख मैं ही नहीं पूरा देश रोमांचित हो उठा। पीएम मोदी ने कहा कि ये खिलाड़ी जीवन की अनेक चुनौतियों को पार करके यहां पहुंचे हैं।

आज उनके पास आपके प्यार और सहयोग की ताकत है। साथ ही पीएम मोदी ने आजादी के 75 साल पूरे होने पर नेशन फर्स्ट, ऑलवेज फर्स्ट का नारा भी दिया। साथ ही कहा कि गांधी के भारत छोड़ो अभियान की तर्ज पर देश के लोग भारत जोड़ो अभियान चलाएं।

-एक समय था जब छोटे छोटे निर्माण के काम में भी वर्षो लग जाते थे, लेकिन आज टेक्नोलॉजी की वजह से भारत मे स्थिति बदल रही है। फिलहाल देश में 6 अलग-अलग जगहों पर लाइट हाउस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम चल रहा है। इनप्रोजेक्ट्स मेंआधुनिक तकनीक और इनोवेटिव तौर-तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है: पीएम मोदी

– जैसे बापू के नेतृत्व में ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ चला था, वैसे ही आज हर देशवासी को भारत जोड़ो आंदोलन का नेतृत्व करना है। ये हमारा कर्तव्य है कि हम अपना काम ऐसे करें जो विविधताओं से हमारे भारत को जोड़ने में मददगार हो: पीएम मोदी

– साल 2014 के बाद से ही मन की बात में हम अक्सर खादी की बात करते हैं। ये आपका ही प्रयास है कि आज देश में खादी की बिक्री कई गुना बढ़ गई है। आप जब भी कहीं पर खादी का कुछ खरीदते हैं, तो इशका लाभ हमारे गरीब बुनकर भाइयो-बहनों को ही होता है: पीएम

– 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के साथ एक ऐतिहासिक पृष्ठभूमि जुड़ी हुई है। इसी दिन 1905 में स्वदेशी आंदोलन की शुरुआत हुई थी। हमारे देश के ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में हथकरघा कमाई का बहुत बड़ा साधन है। इस क्षेत्र से लाखों महिलाएं, बुनकर और शिल्पी जुड़े हुए हैं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

– कितने ही स्वाधीनता सेनानी और महापुरुष हैं, जिन्हें अमृत महोत्सव में देश याद कर रहा है। सरकार और सामाजिक संगठनों की तरफ से भी लगातार इससे जुड़े कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। एक आयोजन इस बार 15 अगस्त को होने जा रहा है, ये एक प्रयास है- राष्ट्रगान से जुड़ा हुआ। सांस्कृतिक मंत्रालय की कोशिश है कि इस दिन ज्यादा-से-ज्यादा भारतवासी मिलकर राष्ट्रगान गाएं: पीएम मोदी

– कल कारगिल ​विजय दिवस है। कारगिल का युद्ध भारत की सेनाओं के शौर्य और संयम का ऐसा प्रतीक है जिसे पूरी दुनिया ने देखा है। इस बार ये गौरवशाली दिवस भी अमृत महोत्सव के बीच मनाया जाएगा। इसलिए ये और भी खास हो जाता है: पीएम मोदी

– इस 15 अगस्त को देश अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। ये हमारा बहुत बड़ा सौभाग्य है कि जिस आजादी के लिए देश ने सदियों का इंतजार किया, उसके 75 वर्ष होने के हम साक्षी बन रहे हैं: पीएम मोदी

पिछले ‘मन की बात’ के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले सभी एथलीटों का समर्थन करने का आग्रह किया था। पीएम ने कहा, ‘टोक्यो ओलंपिक में जाने वाले हर एथलीट को संघर्ष करना पड़ा है, उन्होंने लंबे समय तक कड़ी मेहनत की है। वे सिर्फ अपने लिए खेलों में नहीं जा रहे हैं, बल्कि देश को गौरवान्वित करने के लिए टोक्यो जा रहे हैं। मैं अपने देश के नागरिकों से हमारे एथलीटों को प्रेरित करने का आग्रह करता हूं।’

टोक्यो ओलंपिक 2020 का आयोजन पिछले साल होना था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। खेल 23 जुलाई से शुरू हुए हैं और 8 अगस्त तक जारी रहेंगे। मन की बात राष्ट्र के लिए प्रधानमंत्री का मासिक रेडियो संबोधन है, जो हर महीने के अंतिम रविवार को प्रसारित होता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ में इंदौर समेत छह शहरों का जिक्र करते हुए कहा कि इन शहरों के लाइट हाउस प्रोजेक्ट इंक्यूबेशन (उद्भवन) सेंटर का काम करेंगे। इनमें कम लागत के मकान बनाए जा रहे हैं। वहां प्लानरों, युवाओं, इंजीनियरों और आर्किटेक्टों को नई तकनीक जानने और नए-नए प्रयोग कर उसे बढ़ावा देने का अवसर मिलेगा।

प्रधानमंत्री ने बताया कि तीन जुलाई को उन्होंने छह शहरों के लाइट हाउस प्रोजेक्ट में किए जा रहे काम ड्रोन की मदद से वर्चुअली देखकर समीक्षा की और कार्य की प्रगति को देखा। लाइट हाउस प्रोजेक्ट वाले शहरों की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने सबसे पहले इंदौर के प्रोजेक्ट की जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि इंदौर में परंपरागत ईट और दीवार के बजाय प्री-फ्रेबिकेटेड सैंडविच पेनल सिस्टम का उपयोग कर मकान बनाए जा रहे हैं। इन प्रोजेक्ट में आधुनिक और इनोवेटिव तकनीक का उपयोग हो रहा है, जिसमें समय कम लगता है।

गौरतलब है कि इंदौर के कनाडि़या क्षेत्र में जापानी तकनीक से आठ ब्लॉक में 1024 फ्लैट 128 करोड़ रपये की लागत से बनाए जा रहे हैं। हालांकि यहां काम अपेक्षित गति से नहीं चल रहा है।

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