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अगर कांग्रेस न होती तो क्या होता.....-PM.मोदी. - श्रीनारद मीडिया

अगर कांग्रेस न होती तो क्या होता…..—PM.मोदी.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

PM मोदी ने राज्‍य सभा में राष्‍ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए कई मुद्दों पर बेहद बेबाकी से जवाब दिया। इस दौरान उन्‍होंने राजनीति से लेकर देश के आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर भी अपनी राय रखी, साथ ही विपक्ष को भी कड़ा जवाब दिया।

  1. पीएम मोदी ने कहा कि जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। तो हमें इस पर विचार करना होगा कि आने वाले 25 वर्षों में हमें देश को किस दिशा की तरफ ले जाना है। राष्‍ट्रपति के अभिभाषणा में जिसका संक्षिप्त खाका पेश किया गया था उसमें से जो बेहतर है उसको आगे बढ़ाना होगा। साथ ही बेहतरी की दिशा में प्रयास करने होंगे।
  2. कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को घेरा हुआ है। इसकी शुरुआत में सभी को चिंता थी कि भारत क्‍या करेगा। लेकिन देशवासियों की संकल्प शक्ति का सामर्थ्य की बदौलत आज पूरी दुनिया में भारत का लोहा मान रही है। भारत की कोशिशों की सराहना हर तरफ हो रही है। इस महामारी को खत्‍म करने की दिशा में भारत तेजी से बढ़ रहा है। वैक्‍सीन बनाने से लेकर वैक्‍सीनेशन तक में हमने एक बड़ा मुकाम हासिल किया है। इससे विश्‍व में भारत की प्रतिभा बढ़ी और लोगों का हौसला भी बढ़ा। हम सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स के अतुलनीय योगदान पर उनकी सराहना करते हैं।
  3. महामारी के दौरान सामने आई परेशानियेां में भी गरीबों का चूल्‍हा बंद न होने पाए इसके लिए सरकार ने करीब 80 करोड़ से अधिक लोगों के लिए मुफ्त राशन की व्यवस्था की। महामारी के दौरान भी बेघरों को पक्‍का घर मुहैया करवाने की मुहिम धीमी नहीं पड़ी। हम इसमें लगातार आगे बढ़ रहे हैं। लेकिन अफसोस की बात है कि महामारी से निपटने को बुलाई सर्वदलीय बैठक का कुछ पार्टियों ने बहिष्‍कार किया।
  4. देश में पहली बार 5 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल से स्‍वच्‍छ जल पहुंचाना अपने आप में बड़ी बात है। महामारी के दौरान जब पहली बार देश ने लाकडाउन का सामना किया तो सरकार ने गांव में किसानों को इससे दूर रखा। इसका असर देश में हुई रिकार्ड पैदावार पर साफ देखा जा सकता है। महामारी के दौरान सरकार ने एमएसपी पर रिकार्ड खरीदारी की। इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़े कई प्रोजेक्ट पूरे किए।
  5. तमिलनाडु और उत्‍तर प्रदेश में डिफेंस कारिडोर तैयार किए जा रहे हैं। MSME क्षेत्र के लोग रक्षा क्षेत्र में आ रहे हैं। ये उनके उत्‍साह को दिखाता है। रक्षा के क्षेत्र में देश को आत्‍मनिर्भर बनाने के लिए MSME के लोग बहुत साहस जुटा रहे हैं।
  6. सरकार ने महंगाई को रोकने और नियंत्रण में रखने की पूरी कोशिश की है। वर्ष 2014-2020 के दौरान महंगाई दर 4-5 फीसद के बीच रही। वहीं यदि पूर्व की सरकारों की बात करें तो तो उस वक्‍त देश में महंगाई दर डबल डिजिट में हुआ करती थी।
  7. आज भारत विश्‍व का एक ऐसा देश है जिसकी अर्थव्‍यवस्‍था ने अपने विकास का पहिया लगातार आगे बढ़ाया है और महंगाई को भी काबू में रखा है। वहीं यदि विश्‍व के दूसरे देशों की अर्थव्यवस्था की बात करें तो पता चलता है कि वो अर्थव्यवस्था में बेहद कम गति से वृद्धि हुई है या फिर महंगाई ने दशकों का रिकार्ड तोड़ा है।
  8. सरकार ने वर्ष 2021 में 1.20 करोड़ नए लोगों को EPFO से जोड़ा है। इनमें से 60-65 लाख 18 से 25 वर्ष की उम्र के हैं। इस संबंध में सामने आई रिपोर्ट इस बात का सबूत है कि देश में नियुक्तियां दोगुनी बढ़ गई हैं।
  9. कांग्रेस के राज में देश में विकास का पहिया रुका रहा। अब जब देश विकास की राह पर आगे जा रहा है तो कांग्रेस इसमें बाधा डाल रही है। कांग्रेस को नेशन पर भी आपत्ति है तो कांग्रेस ने अपना नाम इंडियन नेशनल कांग्रेस क्यों रखा गया? कांग्रेस को इसका नाम बदलकर फेडरेशन आफ कांग्रेस करना चाहिए। कांग्रेस को चाहिए कि वो अपने पूर्वजों की गलती को सुधारे।
  10. यदि कांग्रेस महात्‍मा गांधी के बताए रास्‍तों और सिद्धांतों पर चलती तो लोकतंत्र परिवारवाद से मुक्त होता। देश में इमरजेंसी का कलंक ना लगता। कांग्रेस की वजह से ही देश में जातिवाद और क्षेत्रवाद की खाई इतनी गहरी हुई है। यदि वो न होती तो सिखों का नरसंहार नहीं होता। वर्षों तक पंजाब उग्रवाद की आग में न जलता। कश्मीर पंडितों को अपना घर छोड़कर न भागना पड़ता।

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