टीकाकरण कार्य में बिहार शीर्ष पर, 24 घंटे में रिकॉर्ड 6 लाख से अधिक हुए टीकाकरण

टीकाकरण कार्य में बिहार शीर्ष पर, 24 घंटे में रिकॉर्ड 6 लाख से अधिक हुए टीकाकरण

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• स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट कर दी जानकारी, सबसे अधिक टीका करने वाले राज्य बना बिहार

• टीकाकरण कार्य के साथ रैपिड एंटीजेन टेस्ट व आरटीपीसीआर जांच को दी प्राथमिकता

श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा,  छपरा /पटना (बिहार):

 

कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए हो रहे टीकाकरण कार्य में बिहार ने उल्लेखनीय कार्य किया है. अब यह देशभर में एक दिन में सबसे अधिक टीकाकरण करने वाला पहला राज्य हो गया है. इसकी जानकारी राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से दी है. स्वास्थ्य मंत्री ने टिवटर हैंडल से जानकारी देते हुए लिखा है कि बिहार एक दिन में सर्वाधिक टीकाकरण करने वाले देश का पहला राज्य बन गया है. केंद्र सरकार द्वारा टीके की आपूर्ति बढ़ाने एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग टीकाकरण कार्य तेज गति से कर रहा है. बिहार 24 घंटे में रिकॉर्ड 6 लाख, 62 हजार 507 लोगों को टीकाकृत कर सभी राज्यों से आगे हैं.

विभिन्न राज्यों में हो रहे कोविड टीकाकरण कार्य में बिहार जहां शीर्ष राज्य है, वहीं उत्तरप्रदेश दूसरे स्थान पर है. कोविड टीकाकरण कार्य में शीर्ष दस राज्यों में मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, ओडिशा, पश्चिम बंगाल भी शामिल हैं. बुधवार तक उत्तरप्रदेश में एक दिन में जहां 3 लाख 60 हजार 382 लोगों का टीकाकरण किया गया, वहीं मध्यप्रदेश में यह संख्या 3 लाख 35 हजार 608 रहा. तमिलनाडु में 3 लाख 21 हजार 792, गुजरात में 2 लाख 48, 381, महाराष्ट्र में 2 लाख 34 हजार 352, कर्नाटक में 1 लाख 94 हजार 703, तेलंगाना में 1 लाख 72 हजार 496, ओडिशा में 1 लाख 51 हजार 666 तथा पश्चिम बंगाल में 1 लाख 19 हजार 271 रहा. अन्य राज्यों में एक दिन में हुए टीकाकरण की संख्या महज पांच अंकों में ही रही.

नियमित अनुश्रवण कार्य से बेहतर परिणाम मिले:

राज्य सरकार द्वारा कोविड टीकाकरण को लेकर नीतिगत फैसले लेने और उसके सफल क्रियान्वयन और अनुश्रवण की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग के कंधे पर रही है. इसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं. राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार द्वारा इसके अनुश्रवण तथा टीकाकरण के क्रियान्वयन को लेकर जिला स्तर पर सिविल सर्जन को लगातार गाइडलाइन के माध्यम से आवश्यक कार्य किये जाने के लिए निर्देश दिये जाते रहे हैं. टीकाकरण कार्य के साथ साथ संक्रमण की पुष्टि के लिए अधिक से अधिक लोगों के आरटीपीसीआर व एंटीजेन टेस्ट को भी प्राथमिकता दी गयी है.

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