मनुष्य के कर्मों का साक्षी कौन है ?
मनुष्य के कर्मों का साक्षी कौन है ? श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क: मृत्युलोक में प्राणी अकेला ही पैदा होता है, अकेले ही मरता है। प्राणी का धन-वैभव घर में ही छूट जाता है। मित्र और स्वजन श्मशान में छूट जाते हैं। शरीर को अग्नि ले लेती है। पाप-पुण्य ही उस जीव के साथ जाते हैं।…