Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsmatic domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/imagequo/domains/shrinaradmedia.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
विचार Archives - Page 27 of 95 - श्रीनारद मीडिया

क्या भारत में विदेशी विश्वविद्यालयों का आगमन लाभप्रद है?

क्या भारत में विदेशी विश्वविद्यालयों का आगमन लाभप्रद है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने भारत में विदेशी उच्च शिक्षा संस्थानों (Foreign Higher Educational Institutions- FHEIs) के परिसरों की स्थापना और संचालन पर एक मसौदा विनियमन तैयार किया है। इस तरह की प्रविष्टि की सुविधा के लिये एक विधायी ढाँचा तैयार किया जाएगा और…

Read More

यदि कोई सीखने की इच्छा रखता हो, तो वह अपनी गलतियों से भी सीख सकता है।

यदि कोई सीखने की इच्छा रखता हो, तो वह अपनी गलतियों से भी सीख सकता है। श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क मनुष्य अल्पज्ञ और अल्पशक्तिमान है। वह अल्पज्ञ और अल्पशक्तिमान होने के कारण कभी न कभी कुछ न कुछ छोटी बड़ी गलतियां तो करता ही है। इसलिए यदि किसी व्यक्ति से कोई गलती हो जाए, तो…

Read More

महात्मा गांधी जी का हिंदी के विकास में अतुलनीय योगदान रहा है।

महात्मा गांधी जी का हिंदी के विकास में अतुलनीय योगदान रहा है।  गांधी जी की आज पुण्यतिथि है श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क महात्मा गाँधी का चिंतन-दर्शन, राष्ट्र नवनिर्माण एवं स्वराज की कल्पना का प्रत्यक्ष/परोक्ष प्रभाव हिन्दी साहित्य पर है। विश्व साहित्य भी इससे अछूता नहीं है।महात्मा गांधी जी को भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन का नेता और…

Read More

रामचरितमानस हिंदुओं के लिए सिर्फ धार्मिक ग्रंथ ही नहीं बल्कि जीवन दर्शन भी है

रामचरितमानस हिंदुओं के लिए सिर्फ धार्मिक ग्रंथ ही नहीं बल्कि जीवन दर्शन भी है श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क आखिर बहुसंख्य हिन्दू समाज कब तक सहिष्णु बन ऐसे हमलों को सहता रहेगा? कब तक ‘सर्वधर्म समभाव’ के नाम पर बहुसंख्य समाज ऐसे अपमान के घूंट पीता रहेगा? राजनीतिक दलों में एक वर्ग-विशेष के प्रति बढ़ते धार्मिक…

Read More

प्रतिबंधित डाक्यूमेंट्री की जेएनयू में स्क्रीनिंग, अब बयानों का बवंडर

प्रतिबंधित डाक्यूमेंट्री की जेएनयू में स्क्रीनिंग, अब बयानों का बवंडर श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में बीबीसी की एक डाक्यूमेंट्री है जो देश में प्रतिबंधित है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ( जेएनयू) देश का एकमात्र ऐसा संस्थान है जहां ज़्यादातर प्रतिबंधित काम धड़ल्ले से होते रहते हैं। चाहे पाकिस्तान समर्थित नारेबाज़ी हो,…

Read More

साहित्यकार की श्रेष्ठता इसमें है कि वह हजम न किया जा सके-शंभुनाथ

साहित्यकार की श्रेष्ठता इसमें है कि वह हजम न किया जा सके-शंभुनाथ श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क आजकल गैर -जरूरी आरोप -प्रत्यारोप के बीच संवाद की जगह काफी सिकुड़ गई है, बल्कि असहमत को शत्रु के रूप में देखा जाता है। विभीषण राम का भक्त था और रावण से असहमत था, लेकिन लंका में ऐलानिया रहता…

Read More

वसंत पंचमी पर मनाया जाता था एक माह का मदनोत्सव

वसंत पंचमी पर मनाया जाता था एक माह का मदनोत्सव काम कुंठाओं से मुक्त होने का प्राचीन उत्सव है, जिसमें प्रेम को शारीरिक सुख से ज्यादा मन की भावना से जोड़ा गया है।  श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क वसंत में प्रेम ,मस्ती और मादकता की खुशबू के आधार पर प्राचीन समय से वसन्तोत्सव को मदनोत्सव का…

Read More

वसंत पंचमी पर सरस्वती देवी की पूजा से ज्ञान प्राप्त होता है,कैसे?

वसंत पंचमी पर सरस्वती देवी की पूजा से ज्ञान प्राप्त होता है,कैसे? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क  बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा कर आशीर्वाद लिया जाता है। हिंदू धर्म के अनुसार, बसंत पंचमी का पर्व माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाते हैं। बसंत पंचमी के दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती…

Read More

बीबीसी से डॉक्यूमेंट्री बनवा कर हमको बांटने का प्रयास किया गया है,कैसे?

बीबीसी से डॉक्यूमेंट्री बनवा कर हमको बांटने का प्रयास किया गया है,कैसे? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क गुजरात दंगों के इतिहास को अपने मन मुताबिक कुरेदते हुए बीबीसी ने जो डॉक्यूमेंट्री बनाई है वह असल में भारतीयों को वैचारिक आधार पर बाँटने की एक बड़ी साजिश है और इस साजिश के पीछे हैं ब्रिटेन के पूर्व…

Read More

क्या भारत और पाक के बीच सीधी बातचीत होनी चाहिए?

क्या भारत और पाक के बीच सीधी बातचीत होनी चाहिए? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क पाकिस्तान के प्रधानमंत्री मियां शाहबाज शरीफ ने पिछले दिनों एक ऐसी बात कह दी, जिसे कहने के पहले पाकिस्तान के नेता दस बार सोचते हैं। उन्हें डर लगता है कि कहीं उनकी कुर्सी न हिल जाए। अबूधाबी की यात्रा के दौरान…

Read More

क्या हमें अपना निजी अनुभव साझा नहीं करना चाहिए?

क्या हमें अपना निजी अनुभव साझा नहीं करना चाहिए? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क एक पुरानी सूक्ति है- ‘सत्यं ब्रूयात् प्रियम् ब्रूयान्नब्रूयात् सत्यमप्रियम्। प्रियम् च नानृतम् ब्रूयादेषः धर्मः सनातनः॥’ इसका अर्थ है, ‘सत्य बोलें। प्रिय बोलें। पर अप्रिय सत्य न बोलें। प्रिय हो पर तब भी झूठ न बोलें। यही सनातन धर्म है।’ इस मंगलवार को…

Read More

क्या देश में राजनीतिक माहौल बदल गया है ?

क्या देश में राजनीतिक माहौल बदल गया है ? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के जितने भी सरसंघचालक हुए हैं, वे संयमित जीवन जीने के लिए ही नहीं, बल्कि नियंत्रित सार्वजनिक बयान देने के लिए भी जाने जाते रहे हैं। इसीलिए राजनीतिक माहौल पर नजर रखने वाले लोग विजयादशमी के दिन उनके…

Read More

पसीने बहाने में छुपा है आपका भविष्य,कैसे ?

पसीने बहाने में छुपा है आपका भविष्य,कैसे ? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क अगर आप सोच रहे हैं कि मैं क्या कह रहा हूं तो मुझे आपको समझाने दीजिए। डिलबर्ट नामक एक कार्टून है, जिसकी कहानी कुछ इस प्रकार है। एक ऑफिस में एमडी अपने एक कर्मचारी से बात कर रहे हैं। वे एक टेक्निकल राइटर…

Read More

भारतीय संस्कृति का मतलब है असतो मा सद्गमय- प्रो. प्रसून दत्त सिंह।

भारतीय संस्कृति का मतलब है असतो मा सद्गमय- प्रो. प्रसून दत्त सिंह। श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी बिहार इकाई के द्वारा गांधी परिसर स्थित नारायणी कक्ष में स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर युवा सप्ताह के अंतर्गत अंतिम कार्यक्रम में संगोष्ठी का आयोजन बुधवार को किया…

Read More

क्या हिंदुओं को ‘बांटने’ की साजिश है जातिगत गणना है?

क्या हिंदुओं को ‘बांटने’ की साजिश है जातिगत गणना है? विपक्ष में जब पार्टियां होती हैं तो जातिगत जनगणना को मुद्दा बनाती हैं। श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क देश का दुर्भाग्य है कि 21वीं सदी में भी हम जातिवाद में उलझे हुए हैं। एक तरफ समाज के सभी वर्गों में समानता लाने के लिए तमाम समाजसेवी…

Read More
error: Content is protected !!