झारखंड में हुक्का बार पर पूर्ण प्रतिबंध.
झारखंड में ‘अपनी सुरक्षा अपने हाथ’ अभियान का आगाज.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
अब झारखंड में सार्वजनिक स्थानों पर किसी भी प्रकार के तंबाकू उत्पादों के सेवन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसका उल्लंघन करने पर एक हजार रुपए जुर्माने का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा तेजी से बढ़ते प्रचलन को देखते हुए विधेयक में राज्य में हुक्का बार पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। उल्लंघन करने पर एक से तीन साल तक कारावास के अलावा एक लाख रुपए जुर्माने का प्रावधान किया गया है।
झारखंड विधानसभा में सोमवार को कोटपा संशोधन विधेयक 2021 (सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद, विज्ञापन का प्रतिषेध और व्यापार तथा वाणिज्य, उत्पादन, प्रदाय और वितरण विनियमन, झारखंड संशोधन विधेयक, 2021) पास कर दिया गया। इसके तहत शैक्षिक संस्थानों के पास तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर पूर्व से लगे प्रतिबंध को बढ़ाते हुए अब अन्य सार्वजनिक स्थानों यथा अस्पताल, स्वास्थ्य संस्थान, सार्वजनिक कार्यालय और न्यायालय के 100 गज के दायरे में तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।
इतना ही नहीं, पूर्व में 18 वर्ष से कम उम्र के अवयस्क को तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध था, जिसे बढ़ाकर 21 वर्ष कर दिया गया है। अब 18 वर्ष के बजाए 21 वर्ष से कम उम्र के अवयस्क तंबाकू उत्पाद नहीं खरीद सकेंगे। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि झारखंड कोटपा संशोधन विधेयक के सभी प्रस्तावों को पास करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।
राज्य में 39 प्रतिशत लोग करते हैं तंबाकू सेवन
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे (गेट्स) 2017 के अनुसार, झारखंड में 38.9 प्रतिशत लोग किसी-न-किसी रूप में तंबाकू का सेवन करते हैं। धूम्रपान करने वालों की आबादी जहां 11.1 प्रतिशत है, वहीं 35.4 प्रतिशत लोग तंबाकू के अन्य उत्पादों का सेवन करते हैं। तंबाकू सेवन देश के साथ-साथ झारखंड की तेजी से बढ़ती स्वास्थ्य समस्या है। हर साल भारत में तंबाकू सेवन से होने वाली बीमारियों से लगभग 13.5 लाख लोगों की मौत हो रही है। यह देश की उत्पादकता और अर्थव्यवस्था के लिए बहुत बड़ी चुनौती है। भारत में कैंसर से मरने वाले 100 रोगियों में से 40 रोगी तंबाकू सेवन के कारण मरते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुमान के मुताबिक धूम्रपान करने वालों में यक्ष्मा (टीबी) की बीमारी होने का खतरा कई गुना ज्यादा होता है। तंबाकू सेवन के कारण हृदयरोग, कैंसर व फेफड़े का रोग होता है, जो मौत की वजह बनती है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को झारखंड विधानसभा परिसर से राज्यस्तर पर चलने वाली अपनी सुरक्षा अपने हाथ जागरूकता अभियान की शुरुआत जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर किया। अपनी सुरक्षा अपने हाथ अभियान 22 मार्च से 25 मार्च तक राज्य के 14500 स्कूलों में चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों को साफ-सफाई, मध्याह्न भोजन तथा शौचालय प्रबंधन एवं स्वच्छता से संबंधित सभी पहलुओं पर व्यापक रूप से जानकारी दी जाएगी तथा इन्हें जागरूक किया जाएगा।
जागरूकता रथ के माध्यम से बच्चों को सरकार द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों एवं गतिविधियों के विषय में बताया जाएगा। बच्चों को शारीरिक दूरी का पालन, फेस मास्क का निरंतर उपयोग, समय-समय पर साबुन से हाथ धोने के फायदे से संबंधित पूरी जानकारी दी जाएगी। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग तथा यूनिसेफ झारखंड के संयुक्त प्रयास से राज्यस्तरीय अपनी सुरक्षा अपने हाथ अभियान व्यापक रूप से चलाया जा रहा है। मौके पर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव राहुल शर्मा, यूनिसेफ झारखंड राज्य प्रमुख प्रशांत दास सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।