भाई को बचाने में चार बहनें भी डूबीं, एक साथ पांच मौतों से पसरा मातम.

भाई को बचाने में चार बहनें भी डूबीं, एक साथ पांच मौतों से पसरा मातम.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

झारखंड के हजारीबाग जिले के कटकमसांडी प्रखंड का गदोखर गांव मंगलवार को एक साथ अपने पांच नौनिहालों की मौत से सिहर उठा। तालाब में डूब रहे अपने भाई को बचाने में एक-एक कर चार बहनें भी मौत के आगोश में समा गईं। इन सभी बच्चों की उम्र 10 से 14 वर्ष के बीच है।

बताया जाता है कि गदोखर के नीम मुहल्ला से मंगलवार की सुबह अपनी मां के साथ बच्चे बली बांध गए थे। मां वहां कपड़े धो रही थी इसी बीच एक बच्चा फिसलकर पानी में गिर पड़ा। अपने भाई को बचाने में पहले उसकी बहन ने पानी में छलांग लगा दी। दोनों को डूबता देख तीन और लड़कियां जो रिश्ते में चचेरी बहनें हैं, भी एक-एक कर पानी में कूदती गईं पर कोई किसी को बचा नहीं सका।

मृतकों में रंजीत पासवान का बेटा रिशु कुमार उर्फ गोलू (10), उसकी बहन रिया कुमारी (12), संजय पासवान की बेटी दुर्गा कुमारी (11), राम कुमार पासवान की बेटी काजल (14), अरुण पासवान की बेटी नीतिका (14) के रूप में हुई है। घटना की सूचना मिलने के बाद परिजन बदहवासी की हालत में बांध की ओर भागे। लोगों ने तालाब से बच्चों को निकाला और भागे-भागे हजारीबाग मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल पहुंचे। वहां डॉक्टरों ने पांचों बच्चों को मृत घोषित कर दिया। पेलावल थाना क्षेत्र के बली बांध तालाब की है।

घटना बहुत ही दुखद है पीडि़त परिवार को आपदा राहत कोष से मदद दिलाई जाएगी। फिलहाल प्रखंड प्रशासन सबकी मदद करने में जुटा है।

अनिल कुमार, अंचलाधिकारी कटकमसांडी

 

यह घटना बहुत ही दुखदायी है। प्रखंड प्रशासन आगे इस तरह की घटना नहीं हो इसलिए लोगों को जागरूक करने का प्रयास करेगा।

रेणू कुमार, बीडीओ कटकमसांडी

 

रंजीत पासवान की उजड़ गयी दुनिया

रंजीत पासवान की दो औलाद थी। एक बेटा और एक बेटी। रिशु 10 वर्ष और रिया 12 वर्ष। दोनों हिल ग्रीन पब्लिक स्कूल में पढ़ते थे। बेटी तीसरी कक्षा में और बेटा दूसरी में। हादसे के बाद रंजीत इस कदर सदमें में थे कि पोस्टमार्टम हाउस में बार बार बेहोश हो जा रहे थे। पड़ोसियों ने उन्हें घर भेज दिया।

पोस्टमार्टम हाउस में दर्दनाक नजारा

हजारीबाग मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का नजारा दिल दहलानेावाला था। पोस्टमार्टम हाउस के पास पांच अलग-अलग ट्रॉलियों पर पड़े बेटे-बेटियों के निर्जीव शरीर देख परिजन बिलख रहे थे। उनकी करुण चीत्कार से पुलिस के जवानों के भी हृदय कांप उठ रहे थे।

 

कृषि मंत्री ने की मुख्य सचिव से बात

हजारीबाग में पांच बच्चों की मौत की कांग्रेस के नेताओं ने कृषि मंत्री बादल पत्रलेख को जानकारी दी। उन्होंने मुख्य सचिव से बात की। इसके बाद सीएस ने स्थानीय अधिकारियों को फोन कर मुआवजा और अन्य सुविधाएं देने का आदेश दिया। इधर, स्थानीय विधायक मनीष जायसवाल को विधानसभा सत्र के दौरान घटना की जानकारी दी गयी। उन्होंने भी इस संबंध में संबंधित मंत्रियों से बात की।

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