कोसी के गर्भ में स्वास्थ्य विभाग लोगों तक पहुंचा रहा कोरोनारोधी टीका
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 25000 लोगों का हुआ टीकाकरण:
गांव-गांव जाकर नाव से दिया जा रहा कोरोना से बचाव का टीका
श्रीनारद मीडिया, मधुबनी (बिहार )
जिले के मधेपुर प्रखंड का इलाका अधिकांशतः पानी मे डूबा रहता है। साल के सात से आठ महीना इस इलाका में जलजमाव की स्थिति रहती है। यह प्रखंड कोसी, कमला, गेहुमां, तिलयुगा एवं भूतही बलान नदियों से घिरा हुआ है विदित हो कि मधेपुर प्रखंड क्षेत्र भौगोलिक दृष्टिकोण से निचले भूभाग में अवस्थित है। इसलिए प्रतिवर्ष मधेपुर प्रखंड के लगभग 50 हजार से अधिक आबादी पानी से घिरे होते हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने विपरीत परिस्थिति को दरकिनार करते हुए जहां चाह वहां राह कहावत को चरितार्थ किया है। पानी मे नाव को सहारा लेकर लोगों तक कोरोना टीकाकरण कर रहा है। मधेपुर प्रखंड के स्वास्थ्य
प्रबंधक प्रदीप कुमार ने बताया काफी दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंचकर लोगों का टीकाकरण कर रही है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम को दो नदियों को पार कर पहले बड़े बोट से तथा उसके बाद फिर छोटे बोट से गांव तक पहुंचे हैं और लोगों का कोरोना जांच तथा टीकाकरण करते हैं। इसी संदर्भ में टीम ने प्रखंड के दो पंचायत जो सालों भर पानी से घिरे रहते हैं। जिसमें गढ़गांव पंचायत के 1100 लोगों का और बकुआ 1200 लोगों का नाव से टीकाकरण किया गया। टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने दोनों पंचायतों के लिए 8- 8 टीम लगाई। जिसमे एक टीम में 4 मेडिकल सदस्य रहते हैं। बताया कि टीम द्वारा कई अन्य गांव में भी नाव से जाकर लोगों का टीकाकरण किया गया।
अब तक 81000 लोगों का किया गया टीकाकरण:
स्वास्थ प्रबंधक ने बताया मधेपुर प्रखंड में अब तक के 81, 958 लोगों का टीकाकरण किया गया। जिसमें 25 से 30 हजार बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का टीकाकरण किया गया। वही पूरी तरह से सालोभर पानी से घिरे 2 पंचायतों में 23 सौ से अधिक लोगों का टीकाकरण किया गया है।
नाव पर 4 सदस्य टीम की रहती है ड्यूटी:
स्वास्थ्य प्रबंधक ने बताया टीकाकरण के लिए दोनों पंचायतों
गढ़गांव और बकुआ के लिए 8 – 8 टीम का गठन किया गया था।दोनों पंचायत में सालों भर पानी से घिरे होते हैं। जहां लोगों के आने जाने के लिए नाव का ही सहारा होता है। इन दुर्गम जगहों पर स्वास्थ्य विभाग में 4 सदस्य टीम बनाकर टीकाकरण के लिए भेजा जिसमें एएनएम, आशा, आंगनबाड़ी सेविका, वेरिफायर मुस्तैद रहते है। इन पंचायतों में सभी लोगों का टीकाकरण कर दिया गया।
कोरोना जांच की सुविधा:
प्रबंधक ने बताया कोरोना से लडाई में टीकाकरण के साथ-साथ टेस्टिंग भी जरूरी है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग की टीम टीकाकरण के साथ-साथ इन क्षेत्रों में लोगों की कोरोना जांच भी करती है। इस टीम से कोविड-19 से बचाव के लिए जागरूक करती है।
कठिन भौगोलिक की स्थिति के बावजूद स्वास्थ्य कर्मियों ने किया टीकाकरण: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया मधेपुर प्रखंड में बाढ़ से घिरे क्षेत्रों में टीकाकरण एक चुनौतीपूर्ण कार्य है जिसे स्वास्थ्य-कर्मियों, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, और दूसरे कर्मियों के बुलंद हौसले का परिणाम है। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है जो सफलता का बहुत बड़ा पहलू है। इसमें सभी की मेहनत है। इसमें भी जो टीम जाती है उसकी विशेष भूमिका रही है। इन क्षेत्रों में आवागमन के साधन की भी दिक्कत है हर प्रकार की मुश्किलें हैं, जो टीकाकरण में बाधक सिद्ध होती हैं। बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र होने के नाते, कई तरह की दिक्कत रहती है। लेकिन स्वास्थकर्मियो ने जिस प्रकार जिस प्रकार मधेपुर के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में टीकाकरण को सुनिश्चित किया बहुत बड़ी बात है।
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