बिहार में शादी समारोह में 250 और श्राद्ध में 50 लोग होंगे शामिल-सीएम नीतीश.

बिहार में शादी समारोह में 250 और श्राद्ध में 50 लोग होंगे शामिल-सीएम नीतीश.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बिहार के लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने शादी समारोह और श्राद्ध में लोगों के शामिल होने की संख्या तय कर दी है। अब शादी समारोह में 250 और श्राद्ध में 50 लोग शामिल होंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि जब अधिक से अधिक लोगों को कोरोना का टीका लग जाएगा तो इस बीमारी का असर काफी हद तक कम होगा। इसका हम लोगों को विश्वास है। टीकाकरण और कोरोना जांच दोनों को और अधिक बढ़ाने का निर्देश उन्होंने पदाधिकारियों को दिया। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कोरोना पर समीक्षा बैठक की और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के डीएम एसपी से भी बात की।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कुछ कार्यक्रम तो करना ही है। लोगों के यहां शादी है या कोई श्राद्ध है, इसके लिए संख्या निर्धारित कर दी गई है कि कितने लोग शामिल हो सकते हैं। पर सभी को मास्क का उपयोग और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि जिन राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले अधिक हैं और वहां से लोग बिहार लौट रहे हैं या उनके आने की संभावना अधिक है, इसको देखते हुए प्रखंड स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था रखें।

बिहार में रोज एक लाख जांच होगी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि राज्य में रोज एक लाख कोरोना की जांच करें। इसमें ज्यादा से ज्यादा आरटीपीसीआर जांच करें। मीडिया से बातचीत में उन्होंने सोमवार को कहा कि जितनी तेजी से जांच होगी, लोगों को उतना ही फायदा होगा।

उन्होंने कहा कि कोरोना की स्थिति की रोज रिपोर्ट लेते हैं। दो ही चीजें हैं, वैक्सीनेशन व अधिकतम जांच कराना। टीकाकरण के बाद जांच की संख्या घटते-घटते 20 हजार पर पहुंच गई थी। हमने तुरंत जांच की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया है। कहा कि कोरोना दूसरे देशों और अपने यहां के कई प्रांतों में बढ़ रहा है। बिहार में भी बढ़ना शुरू हुआ है। लोगों को सामाजिक दूरी का पालन करना चाहिये। कुछ दिन के लिए सामूहिक कार्यक्रमों से परहेज करना चाहिए। एहतियातन एक सप्ताह के लिए स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।

कोरोना महामारी ने इस साल अपना भयावह रूप दिखाना शुरू कर दिया है. बिहार में पिछले साल अप्रैल माह के पांच दिनों में सिर्फ 11 केस की तुलना में इस वर्ष अप्रैल के पांच दिनों में कुल 3297 नये केस पाये गये हैं. इस वर्ष कोरोना संक्रमितों की संख्या कम होने के बजाय बढ़ती ही चली जा रही है.

कोरोना के नये पॉजिटिवों की संख्या के अनुसार देखा जाये तो पहली अप्रैल 2020 को तीन नये पॉजिटिव, दो अप्रैल को पांच नये पॉजिटिव, तीन अप्रैल को दो नये कोरोना पॉजिटिव, चार अप्रैल को एक नये कोरोना पॉजिटिव जबकि पांच अप्रैल 2020 को एक भी नया कोरोना पॉजिटिव केस नहीं मिला थी. इसकी तुलना अप्रैल 2021 से की जाये तो पहली अप्रैल को ही 488 नये कोरोना पॉजिटिव, दो अप्रैल को 662 नये पॉजिटिव, तीन अप्रैल को 836 नये कोरोना पॉजिटिव, चार अप्रैल को 864 नये कोरोना पॉजिटिव जबकि पांच अप्रैल को 935 नये कोरोना पॉजिटिव के केस पाये गये हैं.

यह संख्या पिछले साल की तुलना में अप्रत्याशित है. होली के बाद से खराब हो रही स्थिति के मद्देनजर बिहार सरकार चिंतित है. तभी तो पहले सरकार ने शिक्षण संस्थानों को बंद करने के साथ ही अन्य बंदिशें लगाने का फैसला लिया. अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद एक्टिव मोड में आ गए हैं. मंगलवार को ही उन्होंने कोराना की समीक्षा बैठक कर अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश दिए.

उन्होंने आगामी पर्व त्योहार और शादियों के सीजम के मद्देनजर कहा कि दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की जांच पर ध्यान दिया जाए. प्रखंड स्तर पर फिर से कोरेंटिन सेंटर की व्यवस्था दुरुस्त रहे. सीएम नीतीश ने ज्यादा से ज्यादा लोगों के टीकाकरण और पूरे राज्य में अधिक टेस्टिंग की बात कही.

Bihar me corona: कोरोना हर रोज अपना ही रिकॉर्ड तोड़ रहा

गौरतलब है कि बिहार में कोरोनावायरस (Bihar Me Corona) ने एक बार फिर से तांडव शुरू कर दिया है. सरकारी आंकड़े न सिर्फ चौंकाने वाले बल्कि भयावह भी हैं. कोरोना हर रोज अपना ही रिकॉर्ड तोड़ रहा है. हाल ये है कि बिहार में फिर से स्कूल-कॉलेजों पर ताला लग गया है, वहीं भीड़भाड़ को लेकर कई अन्य पाबंदियां भी लगीं हैं.

कोरोना को लेकर राज्य में संक्रमितों की स्थिति संतोषजनक होने लगी थी कि होली के पूर्व से चल रही इस स्थिति में तेजी से बदलाव होने लगा. मार्च में पहली बार 18 मार्च को 100 से अधिक की संख्या में नये पॉजिटिव मिलने लगे. हालात की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि बिहार में बीते 30 दिन में 5 हजार से ज्यादा नये मामले सामने आएं हैं.

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