पिछले 24 घंटे में कोरोना के 27176 मामले दर्ज किए गए हैं और 284 मौतें हुई हैं।

पिछले 24 घंटे में कोरोना के 27176 मामले दर्ज किए गए हैं और 284 मौतें हुई हैं।

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

देश में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में लगातार कमी दर्ज की जा रही है। पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 27 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें से करीब 16 हजार केस केरल के हैं। केरल में नए मामलों में मामूली गिरावट आई है। इससे पहले एक दिन में 20 हजार से ऊपर मामले दर्ज किए जा रहे थे। इसके अलावा 24 घंटे में 284 कोरोना मरीजों की मृत्यु हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 27,176 मामले दर्ज किए गए हैं और 284 मौतें हुई हैं। कुल मामलों में से 15,876 केस केरल में दर्ज किए गए हैं और 129 मौतें हुई हैं।

ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 24 घंटे में 38,012 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं। बता दें कि देश में अभी तक कोरोना संक्रमण के कुल 3,33,16,755 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 3,25,22,171 लोग कोरोना से ठीक हो गए हैं और 4,43,497 लोगों की संक्रमण के कारण मौत हुई है। इसके अलावा देश में फिलहाल 3,51,087 सक्रिय मामले हैं।

एम्स के प्रोफेसर डा संजय राय ने  कहा कि केरल ने अपनी COVID-19 पीक को पार कर लिया है और अगले 2 हफ्तों में, राज्य में मामलों में गिरावट शुरू होनी चाहिए। राय ने एएनआइ को बताया, ‘पहले हुए केरल में सीरो सर्वेक्षण से पता चलता है कि अधिकांश आबादी अतिसंवेदनशील थी लेकिन नवीनतम सीरो सर्वेक्षण से पता चलता है कि 46 फीसद में वैक्सीन या संक्रमण के कारण एंटीबाडी थी। राज्य द्वारा किए गए उपाय केवल प्रसार को धीमा करते हैं। पिछले 2-3 महीनों में फैले वायरस के आंकड़ों को देखें तो केरल ने अपनी पीक को पार कर लिया है और अगले 2 हफ्तों में मामलों में गिरावट शुरू हो जानी चाहिए। उत्तर-पूर्व की तरह, केरल को भी विज्ञान की नजर में देखा जाए तो अक्टूबर की शुरुआत तक COVID मामलों में गिरावट शुरू हो जानी चाहिए।’

एम्स, हैदराबाद स्थित COVID-19 वैक्सीन निर्माता भारत बायोटेक के नाक के टीके का चरण 2/3 परीक्षण जल्द ही शुरू करेगा और आचार समिति की अनिवार्य अनुमति लेने के लिए आवेदन किया गया है।

डा राय, जो भारत बायोटेक के नाक के टीके के नैदानिक परीक्षण के प्रमुख अन्वेषक भी हैं, ने कहा, ‘यह कहना बहुत जल्दी है लेकिन हम मानते हैं कि भविष्य में नेजल वैक्सीन से बड़ी आशा है क्योंकि यह म्यूकोसल प्रतिरक्षा प्रदान कर सकता है, तब संक्रमण की रोकथाम संभव है। अधिकांश टीके संक्रमण को रोकने में सक्षम नहीं हैं, वे केवल गंभीरता को कम करते हैं। नेजल वैक्सीन नैतिक अनुमोदन के लिए चला गया है और अनुमोदन के बाद, हम परीक्षण शुरू करेंगे।’

एडेनोवायरल इंट्रानैसल वैक्सीन BBV154 भारत में मानव परीक्षणों से गुजरने वाला अपनी तरह का पहला COVID-19 वैक्सीन है। बता दें कि पूरे भारत में केरल ही केवल सबसे प्रभावित राज्य है। यहां देश में सामने आ रहे मामलों में आधे से अधिक केस दर्ज हो रहे हैं। इसको लेकर सरकार व लोगों में भी चिंता बढ़ी हुई है।

Leave a Reply

error: Content is protected !!