जानें मलमास में क्या खाएं, क्या न खाएं

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श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्‍क:

इस साल सावन के महीने में पुरुषोत्तम मास पड़ने वाला है। इस मास का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है, लोग कई तरह के धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन करते हैं। ऐसे में मलमास में खानपान का विशेष ध्यान देना चाहिए।

हिंदू कैलेंडर में हर तीन साल के बाद एक अतिरिक्त माह होता है, जिसे मल या पुरुषोत्तम मास के नाम से जाना जाता है। इस पुरुषोत्तम मास का हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया गया है। इस महीने में लोग पूजा-पाठ से लेकर खान-पान का विशेष ध्यान देते हैं। मान्यता है कि इस महीने में किए गए धार्मिक कार्य और पूजा पाठ का अधिक फल मिलता है। अधिक मास में पूजा-पाठ के अलावा लोग खानपान पर विशेष ध्यान देते हैं, ऐसे में आज हम आपको अधिक मास से जुड़े खानपान के बारे में बताएंगे।

क्या खाना चाहिए

पुरुषोत्तम मास पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए बेहद जरूरी है इसलिए सात्विक, शुद्ध और पवित्र खान-पान का हमें विशेष ध्यान देना चाहिए। इस महीने में बहुत से लोग केवल एक समय ही भोजन करते हैं और बाकी समय भगवान का पूजन अर्चना करते हैं। इसलिए मलमास में बनने वाला भोजन सात्विक, पवित्र और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए भोजन तैयार करना चाहिए।

मल मास में बनने वाले भोजन में इन चीजों को करें शामिल

पुरुषोत्तम मास के भोजन में गेहूं, चना, तिल, मूंगफली, बेसन (बेसन रेसिपी), चावल, सब्जी में लहसुन और प्याज के अलावा सभी-साग सब्जी जैसे चौलाई, लाल साग, पालक, भिंडी, धनिया, मिर्च, जीरा, सेंधा नमक, आम, शिमला मिर्च, खीरा, ककड़ी आदि जैसे सब्जी और अनाज को शामिल कर सकते हैं।

व्रत रखने वालों के लिए
बहुत से लोग मल मास में पूरे एक महीने के अलावा अपने श्रद्धा और शक्ति अनुसार बीच-बीच में विशेष तिथियों पर व्रत रखते हैं। लोग दो तरह से व्रत रखते हैं, कुछ लोग केवल फलहार और मिठाई खाकर व्रत रखते हैं, तो कुछ लोग व्रत वाले नमक, रोटी सब्जी और दाल वह भी बिना लहसुन-प्याज के सेवन के।

क्या न खाएं

पुरुषोत्तम मास में किसी भी प्रकार के जीव या उसके अंडे का सेवन न करें। साथ ही मांस, मछली, नशीले पदार्थ, लहसुन, प्याज, राई, मूंग, उड़द, मसूर, गोभी के सभी किस्म और प्रकार जैसे लेट्यूस, पत्ता गोभी, फूल गोभी आदि, चावल का मांड, बासी भोजन, शहद (शहद के फायदे) जैसे साग-सब्जी और अनाज का सेवन नहीं करना चाहिए।

मलमास को मानने वाले लोग इस खास महीने में अपने घरों में कई तरह के पूजन और अनुष्ठान का आयोजन करते हैं। इसलिए घरों में मांस-मदिरा का सेवन वर्जित होता है। इसके अलावा लहसुन और प्याज को सात्विक भोजन की श्रेणी में शामिल नहीं किया जाता है, इसलिए इसका सेवन मलमास में वर्जित बताया गया है।

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