सीवान में 7 डिग्री से नीचे लुढ़का पारा, घरों में दुबके लोग

सीवान में 7 डिग्री से नीचे लुढ़का पारा, घरों में दुबके लोग

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

सीवान में अबतक का सबसे अधिक ठंड रहा। आज सुबह होते ही सड़कों पर अंधेरा छा गया। सुबह 6:00 यहां का अधिकतम तापमान 19 तो न्यूनतम तापमान 7 डिग्री से नीचे लुढ़क गया है। गौरतलब है कि शीतलहर की वजह से शहर की सभी सड़कों पर बारिश जैसा नजारा है। ठंड की वजह से लोग अपने घरों में दुबके हुए है। अब शीतलहर की वजह से सूखी लकड़िया भी लोगों को नसीब नहीं हो पा रहा है। जिससे वह अलाव की व्यवस्था कर सके। जिला प्रशासन करीब 1 सप्ताह पूर्व शहर के कई जगहों पर अलाव की व्यवस्था कराई थी उसके बाद से अब तक अलाव की व्यवस्था नहीं करा पाई है।

ठंड की वजह से सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है

ठंड से बचाव के लिए लोग गर्म और ऊनी कपड़ों का प्रयोग कर रहे है। इसके साथ ही लोगों की मदद के लिए कई सामाजिक संगठन भी सामने आए है। जो रात के समय फुटपाथ और स्टेशन पर सोने वाले यात्रियों के बीच कंबल और शॉल का वितरण करते हुए देखे जा रहे है। हालांकि जिला प्रशासन के द्वारा अब तक उचित व्यवस्था नहीं कराए जाने की वजह से लोगों में नाराजगी भी देखी जा रही है।

सीवान में नहीं बना फुटपाथियो के लिए रैन बसेरा

सीवान में कई दिनों से कोहरे और कंपकपा देने वाली सर्दी का सितम जारी है। आज सबसे अधिक ठंड रहा। लेकिन जिला प्रशासन सड़क पर रखकर गुजारा करने वाले फुटपाथियो के लिए उचित व्यवस्था नहीं कराई है। यहां सड़कों पर ठंड में ठिठुरने को मजबूर लाचार दिवस गरीबों के लिए प्रशासन के द्वारा रैन बसेरा की शुरुआत नहीं की गई। जिससे ठंड में बेसहारे लोगों को आसरा मिल सके। पूरी रात फुटपाथ पर बेसहारे लोग ठंड से ठिठुरते नजर आ रहे है।

सीएम के समाधान यात्रा की तैयारी में जुटे
गौरतलब है कि रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सीवान में जन समाधान यात्रा पर पहुंचे थे। जिला प्रशासन पूरी तरह से लगी हुई थी। इस बीच सीएम के कार्यक्रम में व्यस्त अधिकारी ठंड से बचने के लिए सड़कों पर ठिठुर रहे जरूरतमंदों को सहारा देना भूल गए। गौरतलब है कि सीवान में बढ़ती ठंड के प्रकोप को देखते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी ने 9 जनवरी से लेकर 14 जनवरी तक कक्षा 1 से लेकर आठ तक के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों में पठन-पाठन स्थगित कर दिया है।

बिहार के सभी जिलों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बर्फीली और ठंडी हवाओं की वजह से लोगों को पूरे दिन कंपकंपी का एहसास हो रहा है। इस दौरान 8 से 11 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवा चल रही है। राज्य के कई इलाकों में सुबह-सुबह घना कोहरा छाया रहा। इससे राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

वहीं रविवार की बात करें तो गया का न्यूनतम तापमान 2.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसने पिछले चार साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। पटना में अधिकतम तापमान 16 डिग्री और न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने ठंड को लेकर अलर्ट जारी किया है मौसम विभाग के मुताबिक 11 जनवरी से तापमान में बदलाव होगा।

पटना में अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री अधिक 16 डिग्री और न्यूनतम तापमान औसत से एक डिग्री कम 7.8 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिक संजय कुमार के मुताबिक पश्चिम विक्षोभ की सक्रियता में देरी है। हालाकि, सक्रिय होने के बाद हल्की बारिश होगी। इससे ठंड से राहत मिलेगी। फिलहाल दो दिनों तक कड़ाके की सर्दी के साथ घने कोहरे का प्रभाव बना रहेगा।

नया विक्षोभ आ रहा, तापमान बढ़ेगा

शीतलहर में 10 जनवरी से कमी आएगी क्योंकि देश के उत्तरी हिमालयी क्षेत्र में मंगलवार की शाम को एक नया पश्चिमी विक्षोभ दस्तक दे रहा है। इसके कारण पूरे उत्तर भारत, उससे सटे मध्य भारत के न्यूनतम तापमान में 3-4 डिग्री तक बढ़ोतरी के आसार हैं। बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा व तेलंगाना में तीन दिन बाद राहत की उम्मीद है।

पटना में फुटपाथ पर लोगों से बातचीत करते डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह।
पटना में फुटपाथ पर लोगों से बातचीत करते डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह।
अस्थायी आश्रय स्थल का निरीक्षण करते डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह।
अस्थायी आश्रय स्थल का निरीक्षण करते डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह।

पहाड़ों पर बर्फबारी ने बढ़ाई ठंड

ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि उत्तराखंड, जम्मू-काश्मीर, हिमाचल प्रदेश जैसे पहाडी इलाकों में अभी लगातार बर्फबारी हो रही है। इस दौरान चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के साथ साथ बिहार का मौसम भी पूरी तरह से शुष्क है। इसके प्रभाव से पहाड़ों से चलने वाली बर्फीली हवाएं तेज रफ्तार से दिल्ली होते हुए बिहार तक आ रही है। इसके असर से राज्य के तापमान में तेजी से गिरावट हो रही है। सतह से डेढ़ किलोमीटर ऊपर तक तेज हवाओं का प्रभाव है।

मुंगेर में सुबह-सुबह घना कोहरा छाया रहा।
मुंगेर में सुबह-सुबह घना कोहरा छाया रहा।

कोहरे के चलते कई विमान और ट्रेनें लेट

पटना एयरपोर्ट पर रविवार की सुबह विजिबिलिटी 1000 मीटर से कम होने से स्पाइसजेट की दिल्ली की फ्लाइट एसजी – 8721 आने के बाद डायवर्ट होकर कोलकाता चली गई। यह फ्लाइट करीब 8.55 बजे पटना एयरपोर्ट के आसपास आ गई थी, लेकिन विजिबिलिटी 720 मीटर रहने की वजह से चार चक्कर लगाने के बाद कोलकाता चली गई। इस विमान से दिल्ली से आने वाले करीब 170 यात्री पटना की बजाय कोलकाता पहुंच गए। इधर, इस विमान से पटना से दिल्ली जाने वाले करीब 175 यात्री कड़ाके की ठंड में एयरपोर्ट पर चार घंटे तक फंसे रहे। यह फ्लाइट कोलकाता से 12.32 बजे आई और 1.05 बजे दिल्ली के लिए उड़ी। इस विमान के आने का सही समय सुबह 8.50 बजे है।

ये तस्वीर दरभंगा की है।
ये तस्वीर दरभंगा की है।

साढ़े सात घंटे लेट आई तेजस राजधानी

कोहरे से ट्रेनों की लेटलतीफी जारी है। रविवार को नई दिल्ली- तेजस राजधानी एक्सप्रेस इस सीजन में सबसे अधिक 7.39 घंटे लेट पटना जंक्शन पहुंची। रविवार को नई दिल्ली से रीशिड्यूल होकर यह ट्रेन शाम 5.10 बजे की बजाय 7.30 बजे खुली थी। वहीं संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस सुबह 6.35 बजे की बजाय 10.56 बजे पहुंची। श्रमजीवी एक्सप्रेस 3 घंटे लेट अई। मगध एक्सप्रेस रोज की तरह रविवार को भी लेट रही।

इस ट्रेन की हालत यह रही कि शाम सवा 6 बजे यह आरा में थी। इस तरह मगध एक्सप्रेस दिन के 12.40 बजे की बजाय शाम 7 बजे के बाद पटना जंक्शन पहुंची। वहीं शनिवार की रात 8.55 बजे फरक्का एक्सप्रेस को पटना पहुंचना था, लेकिन यह रविवार की सुबह 7.18 बजे पहुंची। ब्रह्मपुत्र मेल दिन के 2.20 बजे की बजाय मध्य रात बाद 12.46 बजे पटना जंक्शन पहुंची।

पटना के बेली रोड इलाके से सुबह की तस्वीर।
पटना के बेली रोड इलाके से सुबह की तस्वीर।

वायु प्रदूषण से राहत नहीं, छपरा का एक्यूआई लेवल 367

पटना समेत बिहार के कई शहरों में वायु प्रदूषण से राहत नहीं मिल रही है। रविवार को छपरा देश में टॉप, जबकि बेगूसराय दूसरे स्थान पर रहा। छपरा का एक्यूआई लेवल 428 और बेगूसराय का 423 रिकॉर्ड किया गया है। ग्रेटर नोएडा तीसरे स्थान पर है, जहां का एक्यूआई लेवल 403 है।

पटना सहित राज्य के 12 शहर रेड जोन में शामिल हैं। इन जिलों का एक्यूआई लेवल 300 से 400 के बीच रिकॉर्ड किया गया है। पटना का एक्यूआई लेवल 367 है। पटना में राजाबाजार की स्थिति लगातार सबसे खराब रह रही है। रविवार को यहां का एक्यूआई लेवल 424 रिकॉर्ड किया गया है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड का मानक कहता है कि जहां का एक्यूआई लेवल 400 से अधिक है वहां की हवा लोगों के लिए गंभीर है। गांधी मैदान इलाके का एक्यूआई लेवल 372 रहा।

 

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