रघुनाथपुर पुलिस ने एक शराब कारोबारी को शराब के साथ किया गिरफ्तार.बाइक भी जब्त

रघुनाथपुर पुलिस ने एक शराब कारोबारी को शराब के साथ किया गिरफ्तार.बाइक भी जब्त

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श्रीनारद मीडिया, प्रसेनजीत चौरसिया, सीवान (बिहार)

सीवान जिले में रघुनाथपुर थाना क्षेत्र के पतार दियारा क्षेत्र से रविवार को रघुनाथपुर पुलिस ने एक शराब कारोबारी को शराब के साथ रंगेहाथों गिरफ्तार किया है साथ ही बाइक पर लदी शराब सहित बाइक को भी जब्त किया गया हैं।
थानाध्यक्ष दयानन्द ओझा ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर एएसआई संजय सिंह व पुलिस बल के सहयोग से आसांव थानाक्षेत्र के डेहुरा गांव निवासी शिवनारायण यादव का 26 वर्षीय पुत्र अखिलेश यादव के पास से देशी/विदेशी मिलाकर कुल 41.300 लीटर शराब के साथ बाइक BR29AD/9900 को जब्त कर थाने लाया गया हैं।गिरफ्तार धंधेबाज के खिलाफ 89/22 मामला दर्ज कर सोमवार की सुबह जेल भेज दिया गया।

सामाजिक स्तर पर असंवेदनशीलता ने मुख्यमंत्री के शराबबंदी कार्यक्रम को लगभग असफल कर दिया है। पूरे बिहार के प्रशासनिक तंत्र को यह समझ में नहीं आ रहा है इस शराबबंदी को लेकर क्या किया जाए। बिहार के लगभग 1000 थानों में रोजाना एक-दो मुकदमे शराबबंदी के आते हैं। इसके साथ ही अप्रत्यक्ष रूप से शराब बंदी के द्वारा पैसों का खेल अनैतिक रूप से समाज में फल फूल रहा है, जिससे एक खास वर्ग में काफी रोष उत्पन्न हो रहा है कि इस तरह के शराबबंदी से क्या फायदा है? जहां शराब का धंधा करने वाले और इसे रोकने वाले तंत्र फल फूल रहे हैं।

अगर इस संसाधन का उपयोग कहीं और किया जाता है तो बिहार का भला होता।
आपको यह विदित है कि बिहार के पूर्व एडीजे कानून व्यवस्था सुनील कुमार अब मध निषेध विभाग के मंत्री हैं और बिहार के टॉप आईएएस अधिकारी के.के. पाठक इस विभाग के सचिव हैं साथ ही इस विभाग में बिहार के कई तेजतर्रार आईपीएस और आईएएस अफसरों को लगाया गया है, लेकिन ढाक के वही तीन पात, समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है।

बिहार चारों ओर से ऐसे राज्यों से घिरा हुआ है जहां शराबबंदी नहीं है ऐसे में सामाजिक जागरूकता के बल पर इस शराबबंदी को रोका जा सकता था लेकिन समाज ना तो जागरुक है नहीं वह अपने प्रति सचेत है और ना ही वह इसे अपने जीवन का एक मूल्य मानते हुए इस नीति को अपनाने को तैयार है, ऐसे में मुख्यमंत्री जी अब क्या करें यह एक बहुत बड़ा यक्ष प्रश्न है।

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