लगातार चौथे दिन छापेमारी, अरबों की जमीन के कागजात, 50 लाख से अधिक कैश बरामद
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
भागलपुर में इनकम टैक्स की कार्रवाई लगातार चौथे दिन भी जारी रहेगी. बुधवार से शुरू हुई छापेमारी शुक्रवार को संपन्न होने की संभावना लग रही थी लेकिन देर शाम एक और चेहरा आइटी के रडार पर चढ़ा. वहीं भागलपुर के निवर्तमान डिप्टी मेयर राजेश वर्मा व रवि जालान के घर से 50 लाख से अधिक कैश बरामद हुआ. कई अहम दस्तावेज भी बरामद हुए तो रेड आगे भी जारी रखने का फैसला लिया गया.
अरबों की जमीन के कागजात बरामद
तीसरे दिन शुक्रवार को भी रेड जारी रही. इस दौरान इनकम टैक्स के अधिकारी लगातार निवर्तमान डिप्टी मेयर राजेश वर्मा व उनके साथी-सहयोगियों के ठिकानों को खंगालते रहे. इस दौरान आइटी की टीम के हाथ अरबों की जमीन के कागजात लगे हैं. शुक्रवार को राजेश वर्मा के कंस्ट्रक्शन कंपनी वर्मा इन्फ्रा के मैनेजर मानस के ठिकानों पर आइटी की टीम ने दबिश डाली. यहां से कुछ अहम दस्तावेज हाथ लगने की जानकारी सामने आयी है.
50 लाख से अधिक कैश बरामद
आयकर सूत्रों की मानें तो छापेमारी के दौरान तीसरे दिन, निवर्तमान डिप्टी मेयर राजेश वर्मा के घर से 28 लाख कैश, करोड़ों की जमीन के कागजात मिले. राजेश वर्मा को एंट्री प्रोवाइड कराने वाले रवि जालान के घर से 24 लाख कैश व जमीन के कई कागजात मिले. वहीं नाथनगर के जमीन कारोबारी विजय यादव के घर से भी तीन लाख कैश व जमीन के कई कागजात बरामद किये हैं.
इनकम टैक्स की चेतावनी
शुक्रवार को सात जगहों पर जांच पूरी हो गयी. लेकिन अब छापेमारी का दायरा बढ़ता ही जा रहा है. गुरुवार के बाद अब शुक्रवार को भी टीम को एक नया ठिकाना मिला और आयकर की टीम ने राजेश वर्मा के कर्मचारी मानस के घर पर छापेमारी की. इनकम टैक्स की टीम अब सबों की जमीन का भौतिक सत्यापन कराने जा रही है. जांच में राजेश वर्मा के साथ कारोबार के भी महत्वपूर्ण दस्तावेज विजय यादव व रवि जालान के घर से मिले. सभी लोगों को शहर व देश नहीं छोड़ने की चेतावनी दी गयी है.
भागलपुर में इनकम टैक्स की टीम बुधवार से लगातार छापेमारी कर रही है.ऐसा कयास लगाया जा रहा था कि शुक्रवार को रेड संपन्न हो जाएगी लेकिन शनिवार को भी छापेमारी जारी रखी गयी. भागलपुर के इतिहास में ये सबसे बड़ी छापेमारी है. इससे पहले इतने लंबे समय तक लगातार रेड नहीं की गयी थी. अचानक हुई इस छापेमारी की भनक स्थानीय पुलिस प्रशासन को लगी और ना ही शहर के लोग कुछ समझ पाये. लेकिन इस छापेमारी की वजह हाल में चर्चे में रहे गुंडा बैंक विवाद बनी.
बुधवार को अचानक इनकम टैक्स की टीम पहुंची
भागलपुर में इनकम टैक्स की टीम ने शुक्रवार तक 13 लोगों के दो दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की. शुक्रवार तक सात जगहों पर जांच पूरी कर ली लेकिन प्रतिबंध भी लगाये गये हैं. बुधवार को अचानक इनकम टैक्स की टीम के भागलपुर में होने की चर्चा से लोग हैरान रह गये. लोग एक दूसरों को फोन लगाकर इसकी पुष्टि के प्रयास में लगे रहे. कुछ ही घंटों बाद ये स्पष्ट हो गया कि रेड चल रही है. लेकिन एजेंसी को लेकर शुरू में कन्फ्यूजन था.
निवर्तमान डिप्टी मेयर राजेश वर्मा भी जांच की जद में
बुधवार को इनकम टैक्स की टीम ने भागलपुर के निवर्तमान डिप्टी मेयर राजेश वर्मा, जमीन कारोबारी विजय यादव समेत कई अन्य लोगों के ठिकानों पर दबिश डाला. इनकम टैक्स की टीम में करीब 250 अधिकारी शामिल रहे जो 75 गाड़ियों में सवार होकर भागलपुर आए थे. बुधवार को शुरू हुई छापेमारी शनिवार तक जारी रही. इस छापेमारी में एक अहम बिंदु रहे निवर्तमान डिप्टी मेयर राजेश वर्मा. दअरसल, जितने लोगों पर आइटी की टीम ने दबिश डाली उनका कोई कनेक्शन राजेश वर्मा से जरुर जुड़ा दिखा.
अरबों की जमीन के कागजात मिले
इस छापेमारी में अरबों की जमीन के कागजात मिले. वहीं 50 लाख से अधिक कैश केवल राजेश वर्मा, रवि जलान और विजय यादव के पास मिले. राजेश वर्मा से जुड़े कागजात लगभग सभी के पास मिले हैं. दरअसल ये पूरा मामला ही जमीन और रुपये लेन-देन से जुड़ा है. कुछ ही दिनों पहले हाईकोर्ट ने एक परिवार के द्वारा किये आत्महत्या मामले की जांच के निर्देश दिये थे जिसमें सूद का पैसा नहीं लौटा पाने से मजबूर परिवार ने आत्महत्या कर लिया था.
गुंडा बैंक मामले की जांच
गलत तरीके से सूद पर लगाये पैसे और इसकी वसूली गुंडा बैंक के नाम से चर्चे में रहा. इसमें जिन लोगों का नाम उछला उनमें राजेश वर्मा समेत कई धनाढ्य शामिल थे. हाइकोर्ट के निर्देश पर चल रही जांच में अचानक थानेदार ने राजेश वर्मा को क्लीन चीट दे दी. ऐसा कुछ अखबारों में छपा. जिसके बाद मुख्यालय बेहद नाराज हुआ और थानेदार पर कार्रवाई की बात कही. इस बीच अचानक इनकम टैक्स ने छापेमारी शुरू कर दी और अब इसकी रडार पर आए लोग अधिक मुश्किल में घिरते नजर आ रहे हैं.
कैश व जमीन के कागजात बरामद
निवर्तमान डिप्टी मेयर राजेश वर्मा की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. बुधवार से इनकम टैक्स की टीम ने उनके खरमनचक स्थित आवास पर छापेमारी कर रही है. लगातार तीन दिनों के बाद शनिवार को भी टीम छापेमारी कर रही है. भागलपुर के अलावा देवघर, पूर्णिया और कोलकाता में भी उनके ठिकानों पर रेड डाली गयी. छापेमारी के तीसरे दिन राजेश वर्मा की मुश्किलें और बढ़ी जब उनके घर से 28 लाख रुपये कैश और करोड़ों की जमीन के कई अहम दस्तावेज मिले.
सबों का कहीं न कहीं राजेश वर्मा से जुड़ाव
सूत्रों के अनुसार, अभी तक जिन 13 लोगों के यहां छापेमारी हुई है उन सबों का कहीं न कहीं राजेश वर्मा से जुड़ाव मिला है. कई जगहों से ऐसे कागजात भी मिले हैं जो राजेश वर्मा से संबंधित हैं. विजय यादव व रवि जालान के यहां से भी कैश के अलावा राजेश वर्मा के साथ कारोबार करने से संबंधित महत्वपूर्ण कागजात बरामद किये गये हैं.
हर दुकान के दो लेजर, दोनों में असमानता
राजेश वर्मा की हर दुकान के दो लेजर इनकम टैक्स की टीम को जांच के दौरान मिले. दोनों लेजर बुक में अंतर भी पाया गया. वहीं राजेश वर्मा की कंपनी वर्मा इंफ्रा के मैनेजर मानस भी इनकम टैक्स के रडार पर चढ़ गये और जांच के दौरान आइटी की टीम को कई अहम दस्तावेज वहां से मिले हैं. इनकम टैक्स की टीम अब राजेश वर्मा के बैंक खातों को खंगाल रही है. दुकानों के गहनों की जांच भी जारी है.
राजेश वर्मा की संपत्ति का पता लगा रही टीम
इनकम टैक्स की टीम राजेश वर्मा की संपत्ति का पता लगा रही है. शुक्रवार को टीम के सदस्य खरमनचक में घूम-घूमकर लोगों से पूछ रहे थे कि राजेश वर्मा की और कितनी जमीन कहां-कहां है. रवि जालान के यहां से अबतक राजेश वर्मा व उनके सहयोगियों के 25 प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिलने की सूचना है. भागलपुर के अलावा देवघर, कोलकाता, पूर्णिया और दिल्ली में भी संपत्ति की जानकारी मिल रही है.