अधिकारों की रक्षार्थ केंद्र एवं राज्य सरकार के खिलाफ गोलबंद होंगे शिक्षक कर्मचारी : उदय शंकर गुड्डू
#अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के 17वें राष्ट्रीय सम्मेलन में शिक्षक कर्मचारी प्रतिनिधियों ने रखे अपने विचार
13 से 16 अप्रैल तक हो रहे चार दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन बिहार के बेगूसराय में संपन्न
श्रीनारद मीडिया, मनोज तिवारी, स्टेट डेस्क:
केंद्र एवं राज्य सरकार की शिक्षक कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ का चार दिवसीय (13से16अप्रैल) राष्ट्रीय सम्मेलन बिहार के बेगूसराय स्थित पनहास गार्डन रिसोर्ट मे सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ।
सम्मेलन की अध्यक्षता AISGEFके राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष लांबा ने किया।वहीं आगत अतिथियों का स्वागत बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के महामंत्री एवं सीटू के चेयरमैन गणेश शंकर दा ने किया।सम्मेलन के पहले दिन गांधी स्टेडियम बेगूसराय से एक विशाल रैली निकाली गई जो शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर अवस्थित राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर एवं देशरत्न डा.भीमराव अंबेडकर के प्रतिमा पर माल्यार्पण करतें हुए पुनः गांधी स्टेडियम में पहुंचकर एक विशाल महासभा में बदल गई जहाँ हजारों की संख्या में शिक्षक, कर्मचारी, बुद्धिजीवी रंगकर्मी, किसान ,छात्र-नौजवान मौजूद थे।मंच से सबसे पहले सांस्कृतिक रंगकर्मियों ने “आजादी का मस्ताना भगत सिंह”पर क्रांतिकारी गीत प्रस्तुत कर आम सभा को क्रांतिकारी माहौल में बदलने का काम किया।
सभा का उद्घाटन बिहार विधानसभा के माननीय सदस्य का.अजय कुमार ने किया जबकि सभा की अध्यक्षता बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के राज्याध्यक्ष विश्वनाथ सिंह ने की।मुख्य अतिथि के रूप में किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक धावले ने अपने संबोधन में कहा कि हालिया किसान आंदोलन एवं उसकी सफलता से सीख लेकर देश एवं प्रदेश के शिक्षक कर्मचारियों को एकजुट होकर संघर्ष करना होगा तभी जीत सुनिश्चित होगी।
रैली सभा को अखिल भारतीय महिला समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का.रामपरी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण आज की जरूरत है जिसके बल पर ही हम मौजूदा व्यवस्था में बदलाव ला सकते है।सम्मेलन में शिक्षक कर्मचारियों के अन्य समस्याओं के साथ पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करने पर विशेष बल दिया गया
इस अवसर पर बिहार राजकीयकृत प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्य प्रतिनिधि के रूप में अपना विचार प्रकट करते हुए उदय शंकर गुड्डू ने कहा कि पुरानी पेंशन व्यवस्था शिक्षक कर्मचारियों के जीवन की सुरक्षा से जुडा हुआ मामला है. जिसे पुनः बहाल कराना केन्द्र एवं राज्य के तमाम शिक्षक कर्मचारियों की जिम्मेदारी है और ये प्रसन्नता की बात है कि इस राष्ट्रीय सम्मेलन के अवसर पर एक मजबूत प्रतिबद्धता के साथ हम इस मांग को उठा रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि आज की इस एकता से हमें इस दिशा में आगे बढने का एक मजबूत संदेश मिला है और हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि हम अपनी एकता के बल पर ही केंद्र एवं राज्य के शिक्षक कर्मचारियों के लिए उनकी जीवनी रक्षा से जुडी पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल कराने में सफल होंगे।चार दिवसीय प्रतिनिधि सभा में देश के विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधियों ने अपने-अपने राज्यों से संबंधित रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किया जिन्हें ध्यानपूर्वक सुनने के पश्चात आगामी संघर्षों की रूप-रेखा तैयार की गई. कुल मिलाकर यह सम्मेलन अनेकता मे एकता का संदेश देता रहा जो आज के वर्तमान समय की जरूरत है।
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