अरविंद केजरीवाल प्रकरण में क्या-क्या हुआ?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल गिरफ्तार हो चुके है. ईडी ने दोपहर 2.30 बजे PMLA कोर्ट के सामने केजरीवाल को पेश किया और उनकी रिमांड की मांग की. लेकिन, यह मामला इतना सीधा नहीं जितना ऊपर की दो पंक्तियों में दिख रही है. दिल्ली हाईकोर्ट में गिरफ्तारी से राहत के लिए सुनवाई, वहां से अरविंद केजरीवाल को लगा पहला झटका, शाम सात बजे जब ईडी की टीम उनके आवास पर पहुंची तो लगा दूसरा झटका और फिर रात करीब 9 बजे सबसे बड़ा झटका, गिरफ्तारी. जिस दंडात्मक कार्रवाई से राहत से लिए हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल हुई, उसी कार्रवाई के खिलाफ दाखिल याचिका को सुप्रीम कोर्ट से वापस ले लिया गया.
जानें क्या-क्या हुआ
- शराब घोटाला मामले में पूछताछ के लिए ईडी ने अरविंद केजरीवाल को समन भेजकर बुलाया था. हालांकि, अरविंद केजरीवल ईडी दफ्तर नहीं गए. बल्कि, उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट में एक दिन पहले यह याचिका दाखिल की जिसमें उन्होंने कहा कि वह पूछताछ मएं शामिल होने के लिए तैयार है लेकिन किसी भी तरह की दंडात्मक कार्रवाई से उन्हें राहत दी जाए.
- 21 मार्च की सुबह दिल्ली हाईकोर्ट में इस मामले सुनवाई शुरू हुई. सुनवाई के दौरान जज ने ईडी को यह आदेश दिया कि अगर केजरीवाल के खिलाफ इस मामले में कोई भी सबूत है तो वह पहले कोर्ट को दिखाएं. इसके लिए कोर्ट की तरफ से ईडी को दोपहर 2.30 बजे तक का समय दिया गया.
- सुनवाई फिर एक बार शुरू होने के बाद ईडी की फाइलें चैम्बर पहुंची. इस बीच जज ने ईडी को तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर आपको गिरफ्तारी करनी है तो किसने रोका है, बार-बार समन क्यों भेज रहे? इसके जवाब में ईडी के अधिकारी ने कहा कि हम बस पूछताछ के लिए बुला रहे है, उसके बाद हम उन्हें गिरफ्तार कर भी सकते है और नहीं भी.
- मामले की सुनवाई पूरी हुई और कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को इस मामले में किसी भी तरह का राहत देने से इनकार कर दिया. कोर्ट ने कहा कि इस स्तर पर हम किसी तरह की सुरक्षा या दंडात्मक कार्रवाई से राहत नहीं दे सकते है. मामले की सुनवाई दिल्ली हाईकोर्ट में पूरी हुई और अरविंद केजरीवाल 9वें समन पर भी कोर्ट में पेश नहीं हुए.
- दिनभर की गहमागहमी के बाद शाम करीब 7 बजे ईडी के अधिकारी अरविंद केजरीवाल के आवास पहुंचे. वहां उनसे शराब घोटाला मामले में पूछताछ शुरू हुई और आवास के बाहर चहलकदमी बढ़ गई. धीरे-धीरे आप कार्यकर्ताओं का जमावड़ा भी केजरीवाल के आवास के बाहर बढ़ने लगा.
- रात करीब 9.15 बजे खबर सामने आई कि प्रवर्तन निदेशालय ने अरविंद केजरीवाल को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के ठीक बाद घर की तलाशी शुरू हुई और ईडी के आधिकारियों ने एक घंटे से ज्यादा समय तक छापेमारी की. खबर यह आई कि ईडी को इस मामले से संबंधित कई सबूत मिले.
- करीब डेढ़ घंटे के बाद ईडी की टीम अरविंद केजरीवाल के साथ उनके घर से बाहर निकली और गाड़ी में बैठा कर ईडी दफ्तर पहुंची. वहां मेडिकल टीम पहुंची, उनकी जांच हुई और रात भर अरविंद केजरीवाल ईडी दफ्तर में ही रहें. इसी बीच केजरीवाल की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में ईडी की गिरफ्तारी के खिलाफ याचिका दाखिल की गई.
- शुक्रवार की सुबह, कई सड़क पर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता गिरफ्तारी का विरोध करने उतरे और उधर सुप्रीम कोर्ट ने दाखिल याचिका पर फौरन सुनवाई के लिए सहमति दे दी. तभी अभिषेक मनु सिंघवी ने याचिका वापस ले ली और दलील दी कि केजरीवाल अपना पक्ष पहले निचली अदालत में रखेंगे.
- दोपहर दो बजे के करीब PMLA कोर्ट के समक्ष अरविंद केजरीवाल को लेकर ईडी की टीम पहुंची और जज के सामने पेश किया गया. पहले ईडी ने मामले को लेकर अपनी दलील रखी और बताया कि इस शराब घोटाला मामले में केजरीवाल की बड़ी भूमिका है.
- वहीं, अरविंद केजरीवाल की तरफ से इस मामले में तीन अधिवक्ताओं ने उनका पक्ष रखा. सबसे पहले अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि गिरफ्तारी का कोई औचित्य नहीं है, वहीं विक्रम चौधरी और रोहन गुप्ता ने भी अपनी दलीलें पूरी की. उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय जज, जूरी, सजा की तामील करने वाला बन गया है.
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