प्राइवेट पार्ट में सूजन कब और किन कारणों से आती है?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

महिला शरीर का सबसे नाजुक अंग होता है योनि और इस अंग की साफ-सफाई रखना भी उतना ही जरूरी होता है लेकिन भारती में बहुत सारी महिलाएं आज भी प्राइवेट पार्ट की साफ-सफाई को लेकर इतनी जागरूक नहीं है नतीजा बहुत सारी तरह की समस्याएं जैसे इंफेक्शन होने लगता है। इन्हीं कारणों के चलते कई बार योनि में सूजन भी आ जाती है। सूजन की समस्या बहुत सारी महिलाओं को रहती हैं और यह बहुत आम सी समस्या है और कभी ना कभी महिलाओं को वुल्वा में सूजन की शिकायत जरूर हो जाती है। इस योनि की सूजन को वेजिनाइटिस भी कहते हैं। जब सूजन होती है तो इसी के साथ वेजाइना में खुजली और दर्द भी होता है लेकिन ये सूजन योनि में बार-बार हो रही तो इसके पीछे ये मुख्य वजहें हो सकती हैं। यह संक्रमण उन महिलाओं को अधिक होती हैं जो यौन क्रिया में अक्सर एक्टिव रहती है।

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ज्यादा एंटीबॉयोटिक्स लेने से भी इन बैक्टीरिया की वृद्धि होती है जिससे इंफेक्शन बढ़े लगता है। इसके अलावा प्रेग्नेंसी में, हार्मोनल बदलाव आने, डायबिटीज और एस्ट्रोजन का स्तर गड़बड़ाने के चलते भी सूजन हो जाती है। जब सूजन आती है तो योनि और वुल्वा के चारों तरफ, खुजली, जलन और सूजन आ जाती है। वुल्वा के आस-पास दर्द होता है।

इंटरकोर्स के समय दर्द होती है।

बार-बार यूरिन आना और दर्द व जलन भी होना।

वेजाइना में डिस्चार्ज होना।

योनि में यीस्ट संक्रमण

योनि में यीस्ट इंफैक्शन होना सबसे आम समस्या है जो कैंडिडि नाम की फंगस प्रजाति के कारण होता है। वैसे कैंडिडा आपकी योनि में प्राकृतिक रूप में मौजूद होते हैं लेकिन कम संख्या में लेकिन जब इनकी संख्या बढ़ जाती है तो योनि में संक्रमण का करण बन जाते हैं।

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योनि में बैक्टीरियल संक्रमण

महिला के गुप्तांग पर स्वस्थ प्रकार के बैक्टीरिया रहते हैं जिनसे कोई भी प्रॉब्लम नहीं होती लेकिन कभी-कभी कई कारणों से बुरे बैक्टीरिया की संख्या ज्यादा हो जाती है और आपको प्राइवेट पार्ट में बैक्टीरियल इंफैक्शन हो जाता है। लक्षण वहीं खुजली, जलन, सूजन और बदबूदार डिस्चार्ज होना।

एस्‍ट्रोजन की कमी के चलते

यीस्ट और बैक्टीरियल इंफेक्शन होना आम है और यह जल्दी सही इलाज से ठीक भी हो जाते हैं लेकिन कई बार योनि में सूजन महिला के शरीर में  एस्‍ट्रोजन हार्मोन की कमी के चलते भी आ जाती हैं। इसे वजाइन अट्रोफी भी कहा जाता है, जिसमें योनि में खुजली और आसामान्‍य डिस्‍चार्ज होने लगता है। ब्रेस्‍टफीडिंग, मैनोपॉज, ऑवेरी में चोट लगने या ऑवेरी निकाल देने के वजह से भी एस्‍ट्रोजन के स्‍तर पर कमी आ जाती हैं जिसकी वजह से ये प्रॉब्लम महिलाओं को हो सकती है।

योनि में ट्राइकोमोनिएसिस इंफेक्शन

यह इंफेक्शन इंटरकोर्स के जरिए फैलने वाले इंफेक्शन है। इंटरकोर्स के दौरान यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में स्थानांतरित हो जाता है। इससे अक्सर महिला के योनि में खारिश और दूसरे लक्षण होने की शिकायत होती है।

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हपर्स

यह हपर्स (HSV) द्वारा फैलाया जाता है इसमें योनि के आस पास दाने और जख्म बन जाते हैं और इसमें रोगी को जलन , दर्द और काफी तेज खुजली रहती है। असंक्रामक वैजिनाइटिस वजाइना स्‍प्रे, डूश, सुगंधित साबुन, सुंगधित डिटरर्जेंट और शुक्राणुनाशक उत्‍पादों से एलर्जी हो सकती है।

तो अब तो आप जान गई होंगी कि योनि में सूजन किन कारणों से हो सकती हैं लेकिन साफ-सफाई रखने के बावजूद ऐसी समस्याएं आ रही है तो बिना देरी के स्त्री विशेषज्ञ का परामर्श जरूर लें लें।

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