सीवान के असांव में मिला हरिहर की प्राचीन प्रतिमा  

सीवान के असांव में मिला हरिहर की प्राचीन प्रतिमा
11वीं -12 वीं शताब्दी ईस्वी सन की  है प्रतिमा
सोनपुर स्थित हरिहर नाथ के प्रतिमा की समान है

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):

बिहार के सिवान जिले के आंदर प्रखण्ड के असांव ग्राम के उत्तरवार यादव टोला में स्थित तालाब से एक प्राचीन प्रतिमा मंगलवार को मिली ।
ग्रामीणों ने बताया कि तालाब से मिट्टी निकाली गई थी जिसमें करीब 10 फीट नीचे यह प्रतिमा मिली है उसके अंदर मंदिर का नींव दिख रहा है तथा प्रतिमा रखने वाला फाउंडेशन भी दिख रहा है । सिवान तीतिर स्तूप विकास मिशन की टीम बुधवार को शोधार्थी कृष्ण कुमार सिंह के नेतृत्व में प्रतिमा देखने पहुँची ।शोधार्थी ने भारतीय पुरातत्व विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया तो भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के नालंदा संग्रहालय के सहायक अधीक्षण पुरातत्वविद शंकर शर्मा एवं बनारस पुरातत्वविद डॉ नीरज पांडेय बताया कि यह हरिहर अथवा हरिनारायण जो शिव तथा विष्णु की संयुक्त प्रतिमा है I

उनलोगों ने बताया कि प्रतिमा के दायीं अंश में शिव (शंकर) तथा बायीं अंश में विष्णु (नारायण) को दर्शाया गया है l लगभग 11वीं- 12वीं सदी के बसाल्ट प्रस्तर से निर्मित यह मूर्ति प्रतिहार युगीन प्रतीत होता है जो पाल के समकालिक थे l उनलोगों ने बताया कि हिन्दू धर्म के मान्यता के अनुसार प्राचीन समय में हरिहर प्रतिमा को पूजा करने की परम्परा रही है जिससे लोगों को शिव तथा विष्णु दोनों का कृपा प्राप्त हो सके I

शंकर शर्मा ने बताया कि यह प्रतिमा किसी मंदिर में प्रतिष्ठापित रही होगी I इस प्रकार के देवता का मंदिर वर्तमान में सोनपुर स्थित हरिहर नाथ मंदिर के रूप में है I इस प्रतिमा की लंबाई 3 फीट तथा चौड़ाई डेढ़ फीट है । प्रतिमा स्थल से प्राप्त ईंट गुप्त कालीन प्रतीत होते है ।परीक्षण टीम में स्थापत्य कला के जानकार रजनीश कुमार ,संजीत कुमार आदि थे ।
ग्रामीणों ने इस प्रतिमा की पूजा अर्चना शुरू कर दिया है तथा पूरा गांव भक्तिमय हो गया है ।

यह भी पढ़े

बिहार में आफत की बारिश व वज्रपात से दो दिन में 29 लोगों की मौत.

बिहार के शिक्षा मंत्री का ऐलान, 83300 शिक्षकों की होगी बंपर भर्ती.

कुपोषित बच्चों के समुदाय आधारित प्रबंधन को जिले की आंगनबाड़ी व आशा कर्मियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण 

ग्रामीण क्षेत्रों की एएनएम, जान जोखिम में डालकर देती हैं स्वास्थ्य सेवाएं 

Leave a Reply

error: Content is protected !!