छूटे हुए लाभुकों को मॉप अप राउंड में खिलाई जा रही है फाइलेरिया रोधी दवाएं:

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– एमडीए अभियान के तहत अभी तक 22, 73, 548 लोगों को स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा कराया गया दवा सेवन:

– फाइलेरिया जैसी बीमारियों को खत्म करने के लिए आप सभी का सहयोग अपेक्षित: सिविल सर्जन

– फाइलेरिया से बचने का यह एक सरल और सुरक्षित तरीका: डॉ सुषमा शरण

श्रीनारद मीडिया, गोपालगंज,


जिलेवासियों को फाइलेरिया से मुक्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। इस क्रम में विगत 10 फरवरी से सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) राउंड का संचालन किया गया था। जिसमें स्वास्थ्य विभाग के साथ- साथ सहयोगी संस्थान यथा- डब्ल्यूएचओ, पीसीआई इंडिया, पिरामल स्वास्थ्य, सीफार, आईसीडीएस, जीविका, नेटवर्क सदस्य, पेशेंट प्लेटफार्म से जुड़े सदस्यों के सहित जिले के पंचायत जनप्रतिनिधियों का भरपूर सहयोग मिला है। जिससे जिले की बड़ी आबादी को दवाओं का सेवन कराया जा सका।

– फाइलेरिया जैसी बीमारियों को खत्म करने के लिए आप सभी का सहयोग अपेक्षित: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ बीरेंद्र कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य समाज के लिए फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी से सुरक्षित और बचाव के लिए फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन निहायत ही जरूरी है। ताकि इस बीमारी को जड़ से मिटाया जा सके। क्योंकि यह गंभीर बीमारी स्वास्थ्य समाज को विकसित करने में बहुत बड़ी बाधक के रूप में विकराल रूप ले लिया है। जिस कारण समाज का एक बड़ा अंग देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने में सहयोग नहीं कर पाता है। इसलिए हमें यह प्रण लेना होगा कि सरकार द्वारा लक्ष्य के अनुरूप इन बीमारियों को खत्म करने के लिए आप सभी का सहयोग अपेक्षित है।

– फाइलेरिया से बचने का यह एक सरल और सुरक्षित तरीका: डॉ सुषमा शरण
जिल वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ सुषमा शरण ने बताया कि आने वाली पीढ़ी को फाइलेरिया मुक्त करने के लिए सरकार द्वारा फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सर्वजन दवा सेवन अभियान चलाकर दो वर्ष से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती माताओं एवं गंभीर रूप से बीमार लोगों को छोड़कर शेष सभी को फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कराया जा रहा है। क्योंकि लाइलाज बीमारी फाइलेरिया से बचने का यह एक सरल और सुरक्षित तरीका है। जिसके तहत लोगों को उनके उम्र की हिसाब से डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की निश्चित खुराक खिलाई जाती है। फाइलेरिया जिसे हम हाथीपांव के नाम से भी जानते हैं का शिकार हो जाने से लोग जीवन भर के लिए अपाहिज हो जाते हैं। आंकड़ों की माने तो विश्व विकलांगता में फाइलेरिया से हुए विकलांगों की दूसरी सबसे बड़ी हिस्सेदारी है। जिससे लोगों को बचाने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है।

 

– अभी तक 22, 73, 548 लोगों को आशा सह स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा कराया गया दवा सेवन:
वीबीडीसीओ
वेक्टर जनित नियंत्रण पदाधिकारी (वीबीडीसीओ)
प्रशांत कुमार ने बताया कि एमडीए राउंड को लेकर जिले के 31 लाख 13 हजार 913 लोगों को दवाओं का सेवन कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। जिसके शुरुआती तीन दिनों तक स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर बूथ लेवल पर शिविर लगाकर दवाओं का सेवन कराया गया था। जिनमें 3,19,598 बच्चों ने आशा कार्यकर्ता और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ की टीम के समक्ष दवाओं का सेवन किया था। वहीं उसके बाद आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर- घर जाकर लोगों को दवाओं का सेवन कराया गया है। जिसमें निर्धारित अवधि में आशा कार्यकर्ताओं ने 22 लाख 73 हजार 548 लोगों को दवाएं खिलाई गई है। हालांकि अब भी कुछ लाभुकों को दवाओं का सेवन कराया जाना है। इसके लिए पूरे जिले में मॉप अप राउंड संचालित किया गया है। जिसमें दवाओं का सेवन करने से वंचित लोगों को चिह्नित करते हुए उन्हें दवाओं का सेवन कराया जाएगा। साथ ही इस दौरान इंकार करने के मामलों को भी शत प्रतिशत दवा सेवन कराया जाएगा। ताकि हर किसी को फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन कराकर उन्हें इस गंभीर से बचाया जा सके।

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