जयप्रकाश विश्विद्यालय छपरा में संविधान दिवस मनाया गया 

जयप्रकाश विश्विद्यालय छपरा में संविधान दिवस मनाया गया

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया, चंद्रशेखर, छपरा (बिहार):

 

छपरा. राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में जयप्रकाश विश्विद्यालय के सीनेट हॉल में संविधान दिवस मनाया गया. कुलपति फारुख अली की अध्यक्षता में मनाए गए इस समारोह में संविधान के निर्माण से लेकर उसके लागू होने तक तथा आज के परिदृश्य में इसकी महत्ता पर व्यापक चर्चाएं की गई.

श्री अली ने अपने संबोधन में कहा कि भारत का संविधान अद्वितीय है. यह देश के प्रत्येक नागरिक के हितों की रक्षा करता है. विविधता वाले भारत देश में लोकतांत्रिक मूल्य को अक्षुण्ण बनाए रखने में हमारा संविधान कारगर साबित हुआ है. हमे इसका सम्मान करते हुए इसे आत्मसात करना चाहिए.

 

इसके पूर्व वित्त परामर्शी ए के पाठक ने भारतीय संविधान को सबसे पहला और सबसे महत्वपूर्ण एवं सबके अनुकरण करने योग्य ग्रंथ बताते हुए संविधान मे दिये गये नियमों एवं सिद्धांतों के अनुपालन हेतु संकल्प लेने की बात कही.

 

इतिहास विभाग के अध्यक्ष डाक्टर सैयद रजा ने अपने उद्बोधन मे कहा कि विश्व के अनेक संविधान को मिलाकर अपने देश के लिए उपयुक्त विधान की रचना की गई. प्रोफेसर ए एम हासमी ने कहा कि हमारा संविधान कुरान एवं गीता से भी ऊपर है, इसमें पंथनिरपेक्षता की भी बात की गयी है.

परीक्षा नियंत्रक प्रो अनिल कुमार सिंह ने भारतीय संविधान की विशेषताओं का वर्णन किया.

कुलसचिव डॉक्टर आर पी बबलू ने कहा कि संविधान सर्वोपरि है. उन्होंने एक प्रसंग का हवाला देते हुए बताया कि पूर्व राष्ट्रपति के आर नारायणन ने कहा था कि संविधान हम लोगों को आत्मसात करता है या हम सब संविधान को आत्मसात करते हैं यह देखने वाली बात होगी.

इस अवसर पर एसोसियेट प्रोफेसर डॉक्टर सुधीर कुमार सिंह, सहित दर्जनों विभागाध्यक्ष व प्राध्यापक उपस्थित रहे.

यह भी पढ़े

नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री के अभिभाषण का हुआ सीधा प्रसारण

नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री के अभिभाषण का हुआ सीधा प्रसारण

लोकतंत्र की जड़ें हमारी धरोहर है जिस पर हमें अभिमान होना चाहिए,कैसे ?

अब आम जनता के लिए कैसे सरल हो जाएगी न्‍यायिक व्‍यवस्‍था ?

26/11: स्वर्गीय तुकाराम ओम्बले जी को शत-शत नमन

Leave a Reply

error: Content is protected !!