जिलास्तरीय पोषण परामर्श केंद्र का हुआ शुभारंभ, पोषण के प्रति किया जायेगा जागरूक

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श्रीनारद मीडिया ,पंकज मिश्रा, अमनौर ,सारण (बिहार)

• प्रधानमंत्री मातृ वंदना सप्ताह के तहत लंबित आवेदनों का निष्पादन होगा
• कुपोषण के खिलाफ चलेगा जनआंदोलन अभियान
• “कुपोषण छोड़ पोषण की ओर, थामें स्थानीय भोजन की डोर” की थीम पर चल रहा पोषण माह

 

छपरा,3 सितंबर । जिले में कुपोषण से जुड़ी चुनौतियों से निपटने के लिये 01 से 30 सितंबर तक राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को जिलास्तरीय पोषण परामर्श केंद्र का उद्घाटन डीपीओ उपेंद्र ठाकुर के द्वारा किया गया। पोषण परामर्श केंद्र के माध्यम से महिलाओं को व बच्चों को कुपोषण से बचाने के बारे में जानकारी दी जायेगी।

 

पोषण माह के दौरान 01 से 07 सितंबर के बीच मातृ वंदना सप्ताह का आयोजन किया जाना है। इसके तहत प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के लंबित आवेदनों के निष्पादन के साथ-साथ योजना के बकाये किस्तों का भुगतान प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित कराया जाना है। इस मौके पर डीपीओ ने कहा कि पोषण को लेकर पूर्व की अपेक्षा लोगों में जागरूकता बढ़ी है।

 

लेकिन अभी भी लोग पूरी तरह जागरूक नहीं हैं । इसके लिए परियोजना क्षेत्र में कोरोना काल में भी गृह भ्रमण के दौरान लाभुकों को पोषण जानकारी दी जाती रही है। ताकि, लोग पोषण को लेकर जागरूक हो सकें।

 

 

गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की रस्म भी अदा की गयी-
इस मौके पर डीपीओ के द्वारा पौधा रोपण कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। इसके साथ गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की रस्म भी अदा की गयी। डीपीओ ने अपने हाथों से गभर्वती महिलाओं को पोषण की पोटली देकर गोदभराई की रस्म को पूरा किया।

 

 

इस अवसर पर सदर शहरी क्षेत्र की सीडीपीओ कुमारी उर्वशी, पोषण अभियान के जिला समन्वयक सिद्धार्थ कुमार सिंह, परियोजना सहायक आरती कुमारी, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की जिला कार्यक्रम समन्वयक निभा कुमारी, जिला कार्यक्रम सहायक ऋषिकेश सिंह समेत अन्य मौजूद थे।
“कुपोषण छोड़ पोषण की ओर, थामें स्थानीय भोजन की डोर” की थीम पर चल रहा पोषण माह:
डीपीओ ठाकुर ने कहा कि इस बार “कुपोषण छोड़ पोषण की ओर, थामें स्थानीय भोजन की डोर” की थीम पर पोषण माह आयोजित किया गया है। जिसके तहत परियोजना कार्यालय व प्रखण्ड कार्यालय परिसर में पोषण परामर्श केंद्र का संचालन किया जाएगा। इसी कड़ी में आज जिलास्तरीय पोषण परामर्श केंद्र का शुभारंभ किया गया है। शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता के लिए जागरूकता अभियान एवं समितियों की बैठक में पोषण पर चर्चा के साथ ही जिला एवं प्रखण्ड स्तर पर पोषण संबंधी संदेशों का प्रचार- प्रसार किया जाएगा। साथ ही, आंगनबाड़ी केंद्र, विद्यालय एवम ग्राम पंचायत स्तर पर पौधरोपण कि पोषण वाटिका का निर्माण कराया जाएगा। वहीं, परियोजना स्तर पर गर्भवती महिलाओं को पोषण युक्त आहार लेने के लिए प्रेरित करने के लिए स्लोगन लेखन प्रतियोगिता, आंगनबाड़ी केंद्र पर एनीमिया पर जागरूकता के लिए सेल्फी प्रतियोगिता, परियोजना स्तर पर उत्कृष्ट पोषण वाटिका प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
पीएमएमवीआई के तहत तीन किस्तों में 5000 रुपये देने का है प्रावधान
डीपीओ ने कहा कि केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत पहली बार मां बनने वाली गर्भवती व धात्री महिलाओं को सशर्त 5000 हजार रुपये की सहायता राशि देने का प्रावधान है। इसमें अंतिम मासिक चक्र के 150 दिन के अंदर गर्भावस्था पंजीकरण कराने के बाद पहले किस्त के रूप में 1000 रुपये, गर्भावस्था के 06 माह पूरा होने पर कम से कम एक बार एएनसी जांच कराने के बाद दूसरे किस्त के रूप में 2000 रुपये व नवजात शिशु के जन्म पंजीकरण व टीकाकरण के उपरांत तीसरे व अंतिम किस्त के रूप में 2000 रुपये भुगतान किये जाने का प्रावधान है। शिविर के माध्यम से लंबित आवेदनों का निष्पादन प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित कराया जाना जिला, परियोजना कार्यालय व आंगनबाड़ी केंद्र स्तर पर कई गतिविधियों का आयोजन किया जाना है। मातृ वंदना सप्ताह का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जायेगा। ताकि अधिक से अधिक संख्या में योग्य लाभुकों को इसका लाभ उपलब्ध कराया जा सके।

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