भगवान शिव ही संपूर्ण ब्रह्मांड के स्वामी हैं- डॉ रमाशंकर दास

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*श्रीराम कथा में उमड़ रही भीड़

*शिव पार्वती विवाह की झांकी देख भावविह्वल हुए लोग

श्रीनारद मीडिया, सीवान(बिहार):

भगवान शिव ही इस संपूर्ण ब्रह्मांड के स्वामी,कर्ता और संहारक हैं। शिवजी भूतनाथ,भोलेनाथ और पशुपतिनाथ हैं जो सबके मालिक हैं। ये बातें जिले के बड़हरिया प्रखंड के गिरधरपुर गांव के हनुमान मंदिर में चल रहे श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ के प्रथम दिन कथा का शुभारंभ करते हुए शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग के तहत प्रसिद्ध श्रीराम कथा वाचक डॉ रमाशंकर नाथ दास जी महाराज ने कहीं।श्री महाराज ने कहा कि भूत का अर्थ पंचतत्व भी होता है।

 

शिवजी पंचतत्व के मालिक हैं। शिव जी के कंठ में विष और मस्तक में अमृत है । मस्तक पर चन्द्रमा धारण किये हुए हैं। चन्द्रमा अमृत है । इस जगत में न सब खराब है न सब अच्छा है । शुभ और अशुभ सार और आसार इसका मिश्रण ही जगत है ।जगत के मालिक शंकर भगवान हैं, वे विश्वनाथ हैं। उन्होंने कहा कि शिवजी और पार्वतीजी के विवाह निश्चित हुआ । नारायण भगवान की बहुत इच्छा थी कि आज शिव जी मेरा श्रृंगार धारण करें उन्होंने शिवजी से कहा अपना वाघम्बर मुझे दे दे और मेरा पीताम्बर आप फिन लें ।

शिवजी ने कहा मैं शरीर का श्रृंगार नही करता । यह शरीर तो भस्म है। जीव इसको बहुत सम्भलता है परंतु यह एक दिन भस्म हो ही जाता है । शिवजी समसान में विराजते हैं ।श्मशान ज्ञान भूमि है ,वैराग्य भूमि है। हमें अवश्य स्मरण करना चाहिए कि यह शरीर श्मशान में जायेगा और भस्म बनेगा । विवाह के लिए जाते समय शिवजी ने बाघाम्बर ही धारण किया ।गले मे और हाथों में सर्प धारण किया। श्रीमहाराज ने कहा कि शिव पुराण में प्रसंग आता है कि विवाह के समय संकल्प तीन पीढ़ियों नाम के लेना पड़ता है । शिव पार्वती के विवाह के समय पुरोहित ने शिवजी से पूछा महाराज आपके पिता का क्या नाम है ?

ब्रह्मा जी के ललाट से तामस अंश प्रगट हुआ है । शिवजी तो निर्गुण ब्रह्म हैं । फिर भी नारद जी ने शिवजी के कान में कहा ब्रह्मा हमारे पिता हैं , ऐसा कह दीजिए । शिवजी ने उसी प्रकार कह दिया । पुरोहित ने पूछा आपके दादा का क्या नाम है? पुनः नारदजी ने शिवजी के कान में कहा विष्णु भगवान मेरे दादा है ऐसा कहिए। शिवजी ने उसी प्रकार कह दिया । पुरोहित ने तीसरी पीढ़ी का नाम पूछा कि आपके परदादा कौन हैं?

 

नारदजी कुछ कहे इससे पहले शिवजी ने कहा दिया अपना परदादा मैं ही हूं। इस अवसर पर विहिप के जिला सह मंत्री परमेश्वर कुशवाहा, डॉ सतेंद्र गिरी,उपेंद्र भारती, युवा कथावाचक सुशील सूर्यवंशी ,अरुण कुमार,नेहाल बाबू ,सुजीत कुमार डबलू, उपेंद्र कुशवाहा,अमित कुमार सिंह,अभय भारती,जीतेंद्र कुशवाहा के अलावे काफी संख्या में श्रद्धालु उस्थित रहे।

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