सारण ने सुरक्षित मातृत्व का नया मानक गढ़ा: 2 लाख से अधिक एएनसी जांच, 13,700 हाई-रिस्क केस मिले

सारण ने सुरक्षित मातृत्व का नया मानक गढ़ा: 2 लाख से अधिक एएनसी जांच, 13,700 हाई-रिस्क केस मिले
• जिंदगी की पहली सांस को सुरक्षित करने की कवायद
• गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग की महत्वपूर्ण पहल

श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा, अमनौर, छपरा (बिहार):

WhatsApp Image 2025-08-14 at 5.25.09 PM
previous arrow
next arrow
WhatsApp Image 2025-08-14 at 5.25.09 PM
00
previous arrow
next arrow


सुरक्षित मातृत्व किसी भी समाज के स्वास्थ्य सूचकांक का महत्वपूर्ण आधार होता है। गर्भावस्था के दौरान समय-समय पर होने वाली प्रसव पूर्व जांच (ANC) न सिर्फ मां और शिशु के स्वास्थ्य की निगरानी करती है, बल्कि संभावित जोखिमों की पहचान कर जटिलताओं को रोकने में भी अहम भूमिका निभाती है। सारण जिले में मातृ स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग द्वारा अप्रैल 2025 से अक्टूबर 2025 तक लगातार अभियान चलाया गया, जिसका सकारात्मक परिणाम भी सामने आया है।

66 हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं का चार बार प्रसव पूर्व जांच
जिले में इन सात महीनों के भीतर 66,689 गर्भवती महिलाओं की चार बार या उससे अधिक प्रसव पूर्व जांच की गई। यह लक्ष्य का 94 प्रतिशत है, जो सारण के स्वास्थ्य तंत्र की सक्रियता को दर्शाता है। सबसे अधिक लाभ छपरा सदर अस्पताल और शहरी क्षेत्रों में देखने को मिला, जहां 5,388 गर्भवती महिलाओं का चार बार एएनसी किया गया।

 

74 हजार से अधिक का पूर्ण एएनसी, सदर अस्पताल सबसे आगे:
पूर्ण एएनसी यानी गर्भावस्था में निर्धारित सभी जांच के दायरे में कुल 74,716 महिलाओं को शामिल किया गया। केवल सदर अस्पताल में ही 10,314 गर्भवती महिलाओं की पूर्ण एएनसी जांच की गई, जो जिले में सर्वाधिक है।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत 2 लाख से अधिक जांच:
जिले में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (PMSMA) भी लगातार प्रभावी रहा। अप्रैल से अक्टूबर 2025 के बीच 2,11,184 गर्भवती महिलाओं की जांच PMSMA के तहत की गई। यह अभियान गर्भवती महिलाओं को माह की नवीन 9 तारीख के दिन मुफ्त विशेषज्ञ जांच की सुविधा उपलब्ध कराता है। जांच में 13,700 महिलाओं में उच्च जोखिम गर्भावस्था (High Risk Pregnancy) की पहचान हुई, जिससे उनके लिए समय पर उपचार और विशेष चिकित्सकीय निगरानी सुनिश्चित की गई।
प्रसव पूर्व जांच क्यों है जरूरी?
• गर्भावस्था के दौरान मां और भ्रूण के स्वास्थ्य की सतत निगरानी
• एनीमिया, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जैसी गंभीर समस्याओं की समय पर पहचान
• हाई रिस्क प्रेग्नेंसी का प्रारंभिक पता लगना
• प्रसव के समय होने वाली जटिलताओं की रोकथाम
• सुरक्षित प्रसव और स्वस्थ शिशु की संभावना बढ़ती है
स्वास्थ्य विभाग का फोकस – सुरक्षित मातृत्व, स्वस्थ भविष्य

 

सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग गर्भवती महिलाओं तक नियमित जांच, सलाह और उपचार पहुंचाने के लिए कई स्तरों पर काम कर रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, उपस्वास्थ्य केंद्र, आशा और एएनएम के संयुक्त प्रयासों से अधिकांश गर्भवती महिलाएं स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ रही हैं। जिले में बढ़ते एएनसी कवरेज से स्पष्ट है कि मातृ स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ रही है और स्वास्थ्य सेवाएं अधिक प्रभावी होती जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग ने आगामी महीनों में इस कवरेज को और बेहतर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है ताकि जिले की हर गर्भवती महिला सुरक्षित मातृत्व का लाभ प्राप्त कर सके।

महिलाओं की बैठक में हम बार-बार बताते हैं कि प्रसव पूर्व जांच ‘चॉइस’ नहीं, ‘जरूरत’ है। अब गांव की महिलाएं खुद आगे बढ़कर कहती हैं कि उन्हें जांच करानी है।
प्रियंका कुमारी, सीएचओ, मटियार मांझी
लाभार्थियों की सुनें:
गांव में पहले लोग कहते थे कि बार-बार जांच कराना ठीक नहीं, इससे बच्चा कमजोर हो जाता है। हम भी डरते थे। लेकिन आशा दीदी ने समझाया कि ये सब गलत बातें हैं। उन्होंने घर-घर आकर बताया कि जांच न कराने से ही खतरा बढ़ता है। उनकी मदद से मैंने चारों बार एएनसी कराया। अब मुझे भी समझ आ गया है कि सही देखभाल ही मां और बच्चे को सुरक्षित रखती है।” – प्रेमलता देवी, जलालपुर सारण
हम जैसी गांव की महिलाओं के लिए ये जांच जिंदगी बचाने जैसा है। समय पर देखभाल मिल रही है, तभी तो हम निश्चिंत हैं।- रीना देवी, एकमा

यह भी पढ़े

पटना में 8 अपराधी गिरफ्तार, हथियार बरामद:अपराध की साजिश रच रहे थे, पुलिस ने पहले ही पकड़ा

रघुनाथपुर की चोरी हुई बाइक गयासपुर से ग्रामीणों ने चोर सहित किया बरामद

अज्ञात महिला के शव बरामद मामले का पुलिस ने किया उदभेदन,  दो अभियुक्त प्रदर्श के साथ गिरफ्तार

बालू लदे ट्रक चालकों के प्रताडित करने के आरोप में नगरा थानाध्‍यक्ष एवं चौकीदार निलंबित

पश्चिम बंगाल एसटीएफ ने मुंगेर से हथियार आपूर्तिकर्ता श्रवण को किया गिरफ्तार

गोपालगंज में शिक्षक को मारी दिनदहाड़े गोली

देश की सामूहिक प्रगति को दर्शाता है एफसीआइ का विशेष मंडप

सिसवन की खबरे : स्‍कार्पियों पलटने से सवार जख्‍मी

कैसी रहेगी दिसंबर से लेकर जनवरी तक की ठंड?

बिहार: बालू लदे ट्रैक्टर की जब्ती के बाद पुलिस पर हमला, एक पुलिसकर्मी की मौत

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!