श्रीराम कथा सिखाती है मर्यादा के साथ जीने की कला-महर्षि श्रीदास महाराज

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श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):

सीवान जिला के बड़हरिया प्रखंड के रोहड़ा कला के प्राचीन काली मंदिर परिसर में शिवशक्ति प्राणप्रतिष्ठा को लेकर आयोजित श्रीमद्भागवत पुराण कथा के दौरान अयोध्या से पधारे राष्ट्रीय कथावाचक महर्षि श्रीदास जी महाराज ने श्रीराम कथा की महिमा का बखान किया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार श्रीमद्भागवत कथा हमें मोक्ष प्राप्ति का रास्ता दिखाती है, उसी प्रकार रामकथा हमें जीवन जीने की कला सिखाती है।

इसलिए जहां भी रामकथा हो रही हो, हमें परिवार सहित सुनने अवश्य जाना चाहिए। श्रीराम कथा में जीवन को मर्यादा के साथ जीने के साथ ही संबंधों को निभाने की सीख मिलती है. उन्होंने कहा कि जहां पर प्रभु राम जैसा आदर्श पुत्र है, संसार में भाई -भाई का प्रेम और त्याग देखना हो तो भरत से उत्तम कोई उदाहरण नहीं हो सकता। रामकथा का हर पात्र अपना एक अलग संदेश समाज पर छोड़ता है। इसलिए जीवन में रामकथा का बड़ा महत्व है।

महर्षि श्रीदास जी महाराज ने कहा कि राम से भी बड़ा राम का नाम है, भगवान का नाम लेने से ही कष्टों का हरण हो जाता है। रामकथा के विश्राम के दौरान भव्य राम आरती हुई। आरती में रामकथा के यजमान रमेश प्रसाद, जीतेंद्र प्रसाद, मुन्ना प्रसाद,अनिल प्रसाद के अलावा समाजसेवी आनंद सिंह,मदन प्रसाद,पूर्व जिला पार्षद संजय राम,शंभू प्रसाद, कृष्णा सिंह,राजेश्वर सिंह, सुभाष सिंह सहित आसपास के गांवों के हजारों भक्तजन मौजूद थे। इस अवसर श्रद्धालु महिलाए बड़ी संख्या में उपस्थित रहीं।

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