चर्च में प्रार्थना करने जा रहे थे दंपती,बेकाबू ट्रक ने दोनों को कुचला, हुई मौत.

चर्च में प्रार्थना करने जा रहे थे दंपती,बेकाबू ट्रक ने दोनों को कुचला, हुई मौत.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्‍क

बिहार के परबत्ता थाना क्षेत्र के विक्रमशिला सेतु पर पाया नंबर 36 के पास रविवार को दोपहर लगभग दो बजे एक बेकाबू ट्रक ने बाइक पर सवार खरीक बाजार निवासी पति-पत्नी को कुचल डाला। जिससे दोनों की मौत हो गयी, जबकि बाइक चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतकों में चंदू धामा (55) और उसकी पत्नी रीता देवी (45) है। बाइक चालक लड्डू धामा गंभीर रूप से घायल है। लड्डू चंदू का चचेरा भाई है। उसे इलाज के लिए नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में भर्ती किया गया है। घटना के तुरंत बाद परबत्ता के थानाध्यक्ष समेत अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। घटनास्थल से पुलिस ने सबसे पहले घायल लड्डू धामा को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल भेजा। फिर दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेजा। शव परिजनों को सौंप दिया गया।

परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार एक ही बाइक से तीनों भागलपुर के तिलकामांझी के पास एक गिरिजाघर में प्रार्थना के लिए जा रहे थे। बाइक लड्डू धामा चला रहा था जबकि चंदू धामा और रीता देवी बाइक पर सवार थे। बीच पुल के पास भागलपुर की तरफ जा रहे ट्रक ने बाइक में पीछे से जबरदस्त धक्का मार दिया। धक्का लगने के बाद चंदू और उसकी पत्नी पुल पर गिर गए और ट्रक के पहिये के नीचे आ गये, जबकि लड्डू पुल के रेलिंग पर गिरा जिससे उसे सिर्फ आंशिक चोट आयी और उसकी जान बच गयी। दंपती की मौत मौके पर ही हो गयी। चंदू धामा का पूरा परिवार शहद उतारने के धंधे पर पुश्तैनी रूप से जुड़ा हुआ है। लॉकडाउन के बाद पहली बार वे लोग भागलपुर प्रार्थना सभा में जा रहे थे। इधर परबत्ता पुलिस मामले की प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान में जुट गयी।

सात बच्चों के सिर से उठ गया माता-पिता का साया

चंदू धामा और उसकी पत्नी रीता देवी की आकस्मिक मौत के बाद सात बच्चों के सिर से माता-पिता का साया उठ गया। मालूम हो कि दंपती अपने पीछे रघु धामा, कुंदन धामा, विक्की, विशाल कुल चार पुत्र और तीन पुत्रियां प्रीति, अर्चना और आसिया को पीछे छोड़ गए हैं। कुंदन ने बताया कि एकाएक उसकी दुनियां उजड़ गयी। मां-बाप का सहारा छीन गया। उसने ऐसा सोचा भी नहीं था। इधर चंदू धामा की मां चिमनी देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। पुत्र और बहू की लाश देखकर वह चीख चीख कर रही थी, क्या यहीं दिन दिखाने के लिये परमेश्वर ने उन्हें जीवित रखा था।

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