क्षेत्रवासियों में पोषण के प्रति सेविका ने जगाया अलख, लोग हुए जागरूक

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– सेविका अलका देवी की मेहनत लाई रंग, लोग कर रहे पोषण युक्त खाद्य पदार्थों का उपयोग
– पोषण वाटिका द्वारा पौष्टिक आहार निर्माण की दे रही जानकारी
– कुपोषित बच्चों को बेहतर उपचार के लिए भेजती है पोषण पुनर्वास केंद्र

श्रीनारद मीडिया, कटिहार,  (बिहार ):

”महिलाओं और बच्चों को सही पोषण की कितनी जरूरत होती है इसकी जानकारी मुझे सेविका के आने पर ही पता चला। जब मेरे बच्चे का जन्म हुआ था उसका वजन 2 किलो से भी कम था। गर्भावस्था के समय मेरी पत्नी ने कोई विशेष पोषण का ख्याल नहीं किया था। कम वजन होने के कारण लोगों ने मेरे बच्चे को बीमार बताकर घरेलू उपचार करने और जड़ी बूटियों के उपयोग करने की सलाह दी। लेकिन जब मेरे बच्चे की जानकारी सेविका अलका देवी को मिली तो उन्होंने हमें समझाया कि गर्भावस्था में माता द्वारा सही पोषण नहीं उपयोग करने से बच्चा कुपोषित हुआ है। इसके बेहतर इलाज के लिए जिले में पोषण परामर्श केंद्र बनाया गया है। फिर मैंने अपने बच्चे को पोषण परामर्श केंद्र भेजा जहां कुछ ही दिन में वह सामान्य हो गया।” उक्त बातें कदवा प्रखंड के कन्या पंचायत वार्ड- 07 निझरा पश्चिम टोला क्षेत्रवासी ममतम बंजारा ने कही। दरअसल लोगों को स्वास्थ्य एवं पोषण की सुविधाएं मुहैया कराने में सार्थक बनी है मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र संख्या- 227 की सेविका अलका देवी। उन्होंने अथक प्रयास से न केवल लोगों को बेहतर स्वास्थ्य के लिए सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का लाभ पहुँचाया बल्कि अपने क्षेत्र के लोगों को सही पोषण युक्त खाद्य पदार्थों की जानकारी देते हुए इसके निर्माण में सहायक बनी। उनके प्रयासों का नतीजा रहा है कि अब उनके क्षेत्र में सभी लोग पोषण के प्रति जागरूक होने के साथ-साथ बेहतर स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहते हैं।

लोगों को दे रही पोषण के महत्व की जानकारी :
आंगनवाड़ी सेविका अलका देवी द्वारा केंद्र की शुरुआत करने के साथ ही क्षेत्र की महिलाओं और उनके परिजनों को पोषण के लिए जागरूक करने का कार्य आरंभ कर दिया था। क्षेत्रवासी ममतम बंजारा ने कहा शुरुआत में सेविका की बातें को उतनी महत्वपूर्ण नहीं लगती थी। हमारा मानना था कि पूर्व में गर्भवती महिला सामान्य महिलाओं की भांति ही खान-पान करती थी और नवजात शिशुओं को भी विशेष खाद्य सुविधा नहीं दी जाती थी, फिर भी वे ठीक रहते थे। लेकिन सेविका द्वारा केंद्र शुरू करने और वहां नियमित आरोग्य दिवस मानकर लोगों को पोषण की जानकारी देने की शुरुआत की गई जिसमें उन्होंने गर्भवती महिलाओं के साथ ही उसके परिजनों से भी नवजात शिशुओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण की उपयोगिता पर चर्चा की । कुछ लोगों द्वारा उनकी बातें मानने और होने वाले परिवर्तनों को देखने पर सही पोषण का अपने जीवन में उपयोग करने पर तेजी आई।

केंद्र के साथ क्षेत्र भ्रमण कर भी लोगों को दी पोषण की जानकारी :
सेविका अलका देवी ने कहा कि आंगनवाड़ी केन्द्र में आरोग्य दिवस,अन्नप्राशन दिवस, गोदभराई दिवस आदि पर क्षेत्र की महिलाओं और उनके परिजनों को गर्भवती महिलाओं, शिशुओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जरुरी उपायों की जानकारी दी जाती है। क्षेत्रवासी गौतम दास ने बताया कि शुरुआत में हमें इन दिवसों का आयोजन सरकारी कार्य की तरह लगता था । हमें लगता था कि आंगनवाड़ी केंद्र में बुलाकर सेविका सिर्फ अपनी खानापूर्ति कर रही है। लेकिन जब सेविका द्वारा क्षेत्र में पोषण से होने वाली समस्याओं को बताया गया और जीवन के लिए पोषण के जरूरी होने की जानकारी दी गई तो उनमें बदलाव आए।

गर्भवती महिलाओं के खान-पान और नवजात शिशुओं के स्तनपान पर बदली लोगों की सोच :
सेविका द्वारा नियमित क्षेत्र भ्रमण कर भी लोगों को पोषण और स्वास्थ्य सम्बंधित जानकारियां दी गई। सेविका अलका देवी ने गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था में खानपान पर विशेष ध्यान देने, खाने में हरी साग-सब्जी, फल, दूध, पपीता, सहजन के सेवन करने की जानकारी दी। नवजात शिशुओं को जन्म के एक घण्टे के अंदर ही स्तनपान कराने, छः माह तक केवल स्तनपान कराने, 2 साल तक स्तनपान के साथ सुपाच्य ऊपरी आहार देने आदि की जानकारी दी जिसका इस्तेमाल क्षेत्र के लोग नहीं करते थे। । कुपोषण की समस्याओं को समझाने और उससे बचाव की जानकारी देने पर लोग स्तनपान और पोषण के प्रति जागरूक हुए और जरूरी पोषण पदार्थों के उपयोग में रुचि दिखाई।

पोषण वाटिका द्वारा पौष्टिक आहार निर्माण की दे रही जानकारी :
क्षेत्र की महिला पर्यवेक्षिका समीक्षा कुमारी ने बताया कि अलका देवी द्वारा पोषण वाटिका का भी निर्माण किया गया है। पोषण वाटिका में उपजाए गए पदार्थ बिल्कुल रसायन रहित होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। सेविका अलका देवी द्वारा क्षेत्र के लोगों को भी घरों में उक्त वाटिका के निर्माण को जागरूक किया जाता है। सेविका के मुताबिक क्षेत्र के बहुत से लोगों ने भी अपने घरों में पोषण वाटिका का निर्माण किया है।

कुपोषित बच्चों को बेहतर उपचार के लिए भेजती है पोषण पुनर्वास केंद्र :

पोषण अभियान के जिला समन्यवक अनमोल गुप्ता ने बताया कि अलका देवी द्वारा ससमय ही चिह्नित कुपोषित बच्चों को पुनर्वास केंद्र भेजा जाता है जहां चिकित्सकों और डायटिशियन द्वारा उन्हें सुपोषित बनाया जाता है।

आंगनवाड़ी के लक्ष्य को चरितार्थ कर रही सेविका अलका :
आईसीडीएस डीपीओ बेबी रानी ने कहा कि मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र की सेविका अलका देवी आंगनवाड़ी के लक्ष्य सबका पोषण देश रोशन भी भूमिका को चरितार्थ कर रही हैं जो काबिलेतारीफ है। अन्य सेविकाओं को भी उन्हीं की तरह लोगों को सही पोषण और बेहतर स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना चाहिए।

 

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