पत्नी ने  72 साल के पति की हत्या, 600 किमी दूर दामाद के साथ आकर जला दिया शव

पत्नी ने  72 साल के पति की हत्या, 600 किमी दूर दामाद के साथ आकर जला दिया शव

श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्‍क:

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मध्‍य प्रदेश के  इंदौर में हत्या के एक ऐसे मामले का खुलासा हुआ है जिसे जानकर पुलिस ने भी सिर पकड़ लिया. एक महिला ने अपने 72 साल के पति की इसलिए हत्या कर दी क्योंकि वो रोज उससे झगड़ा करता था. बुजुर्ग महिला इतनी शातिर है कि उसने मुंबई में हत्या करने के बाद इंदौर आकर एक खेत में शव जला दिया. शव को ठिकाने लगाने में मां का साथ खुद बेटी और दामाद ने दिया. पुलिस ने मृतक की पत्नी और उसके बेटी दामाद को गिरफ्तार कर लिया है.

इंदौर के राजेंद्र नगर थाना इलाके में स्थित निहालपुर मुंडी में एक खेत में सूटकेस में शव मिला था. उसमें अब चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. शव मुंबई में रहने वाले सम्पत्तलाल मिश्रा का था. उनकी उम्र लगभग 72 वर्ष थी. सम्पतलाल की हत्या उसी की पत्नी ने की थी. और इंदौर लाकर खाली मिले खेत में शव पर पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया था और भाग गयी थी.

 
राजेंद्र नगर थाना पुलिस को सूचना मिली थी निहालपुर मुंडी स्थित तिलक सिंह मुकाती के खेत में एक सूटकेस में अधजला शव मिला है. जानकारी मिलते ही पुलिस पहुंची और छानबीन शुरू कर दी. छानबीन की तो सीसीटीवी से सुराग मिल गया और पुलिस मुंबई तक पहुंच गयी. सम्पतलाल का अपनी पत्नी राजकुमारी मिश्रा से आए दिन झगड़ा होता था. घटना वाली रात सम्पतलाल राजकुमारी से मारपीट करने लगा. गुस्से में राजकुमारी ने उसे धक्का दे दिया, और पास में पड़ी मोगरी सिर पर दे मारी. सम्पतलाल वहीं बेहोश होकर गिर पड़ा और मौत हो गयी.

 
उसके बाद राजकुमारी ने शव को ठिकाने की साजिश रची. इसमें अपनी बेटी दामाद को शामिल किया. दामाद उमेश शुक्ला एक निजी कम्पनी में इंजीनियर है. उसे  अपनी नौकरी के सिलसिले में भोपाल में एक मीटिंग में आना था. इस वजह से तीनों ने शव को रास्ते ठिकाने लगाने की योजना बनाई. बड़ा सूटकेस खरीद कर उसमें शव बंद कर दिया और सूटकेस कार की डिक्की में रख लिया.

 
उमेश शुक्ला को शक था कि रास्ते में इंटरस्टेट पुलिस चैकिंग हो सकती है. लेकिन अगर बुजुर्ग सास और पत्नी साथ हों तो पुलिस सघन तलाशी नहीं लेगी. इसलिए उमेश के कहने पर राजकुमारी और नम्रता भी उमेश के साथ सफर पर चल पड़े. रास्ते में शव को अलग अलग जगह ठिकाने लगाने की कोशिश की लेकिन मौका नहीं मिला. जब वह इंदौर में दाखिल हुए तब सुबह के चार बज रहे थे. उन्हें डर था कि यदि शव अब ठिकाने नहीं लगाया तो दिन में काम और कठिन हो जाएगा. इंदौर में दाखिल होते ही बायपास से अंदर आकर एक खाली खेत में तीनों ने सूटकेस बाहर निकाला और उस पर पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी. फिर तीनों कार में बैठकर भाग गए.

 
जांच के दौरान पुलिस को घटनास्थल के पास लगे एक सीसीटीवी में एक कार निकलती नजर आयी. सीसीटीवी में कार का नंबर नजर नहीं आ रहा था. इसलिए टोल नाका से गाड़ी का नंबर और उसके मालिक का पता मिल गया. पुलिस ने भोपाल पहुंचकर उमेश शुक्ला को मीटिंग में से हिरासत में लिया और फिर उसकी पत्नी और सास को भी पकड़ लिया.

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