Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsmatic domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/imagequo/domains/shrinaradmedia.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
श्री लक्ष्मी नारायण एवं आप सभी जनता के आशीर्वाद  से हमारे यहां 'जलमहल'  पूरा हुआ : कुमार बिहारी पांडेय - श्रीनारद मीडिया

श्री लक्ष्मी नारायण एवं आप सभी जनता के आशीर्वाद  से हमारे यहां ‘जलमहल’  पूरा हुआ : कुमार बिहारी पांडेय

श्री लक्ष्मी नारायण एवं आप सभी जनता के आशीर्वाद  से हमारे यहां ‘जलमहल’  पूरा हुआ : कुमार बिहारी पांडेय

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

इस महामारी का एकमात्र दवा ऑक्सीजन है और इसके जनक सिर्फ और सिर्फ वृक्ष देवता है

श्रीनारद मीडिया, अमित कुमार पांडेय, दरौली,  सीवान (बिहार):

 

सीवान जिले के दरौली प्रखंड के   जे आर कान्‍वेंट स्‍कूल दोन के अध्‍यक्ष व उद्योगपति कुमार बिहारी पांडेय ने गत दिनों कर्णपुरा स्थित जल महल में श्रीशतचंडी महायज्ञ के सफल संपन्‍न होने पर कहा कि श्री लक्ष्मी नारायण एवं आप सभी जनता के आशीर्वाद  से हमारे यहां ‘जलमहल’ करण पूरा हुआ। ,दरौली सीवान बिहार में श्री श्री बघौत ब्रह्म महाराज के ब्रम्हस्थान पर शतचंडी महायज्ञ 22 अप्रैल को मंत्रआहुति एवं पूर्णाहुति के साथ विधिवत सुसंपन्न हुआ।
मैने इस शतचंडी महायज्ञ में कोरोना महामारी के शमन के लिए माँ से कुछ विशेष प्रार्थना करते हुए वृक्षारोपण भी करवाया है।

 


क्योंकि इस महामारी के शमन के लिए वृक्ष देवता ही एकमात्र विकल्प हैं। अगर आप अपने परिवार से सचमुच प्यार करते है और उनकी जिंदगी बचाना चाहते हैं तो अपने बारी बगीचों को काटने की जगह अधिक से अधिक लगाने और धरती को हरा भरा बनाने की कोशिश करें। इस महामारी का एकमात्र दवा ऑक्सीजन है और इसके जनक सिर्फ और सिर्फ वृक्ष देवता है।

उन्‍होंने कहा कि पिछले पांच हजार  वर्षों  में  जो  विश्‍व का विकास नहीं हुआ वह पिछले पांच सौ वर्षों में हुआ। पिछले पांच  सौ वर्षों में जो विकास नहीं हुआ वह पिछले पचास वर्षों में हआ है। पिछले पचास वर्षों मे जो विकास नहीं हुआ वह पिछले पांच वर्षों में विश्‍व का विकास हुआ है। शहरों में अंधाधुध पेड़ की कटाई कर बड़े बड़े महल तो बना लिए लेकिन इन महलों में रहने वाले लोगों को जीवन ऑक्‍सीजन को कम कर दिए, जिसका दुष्‍परिणाम आज सामने है।

 

श्री पांडेय ने कहा कि प्राकृतिक अपना सामंजस्‍य खुद बना लेती है। प्रकृति   पृथ्‍वी पर पेड़ पौधे इसी लिए बनायी है कि जो मनुष्‍य श्‍वास छोड़ेगा वह पौौधे  लेंगे और जो पौधे छोड़ेगे उसको मनुष्‍य लेकर अपनी जीवन बनाये रखेंगे। लेकिन आज विज्ञान पर अभिमान करने वाला मनुष्‍य प़कृति को दरकिनार कर दिया,जिसका खामियाजा पूरे विश्‍व को भुगतना पड़ रहा है। उन्‍होंने लोगों से अपील किया अपने पूरे जीवन में कम से कम प्रत्‍येक माह एक पौधा तो जरूर लगाये ताकि अपना और आपके बच्‍चों का भविष्‍य सुरक्षित रह सके। तभी तो जल महल के चारों तरफ दर्जनों फलदार व फुल के पौधे लगाय गये ताकि यहां आने वालों को भरपुर ऑक्‍सीजन मिलता रहे।

यह भी पढ़े

किराना गोदाम में लगी भीषण आग से लाखों की संपत्ति जलकर हुई ख़ाक!

हृदय विदारक: गोद में मासूम लिए पत्नी ने पति की चिता सजाई और 12 वर्षीय बेटी ने मुखाग्नि दी,हाय रे कोरोना!

विजयीपुर में पेड़ से टकराई बोलेरो ,तीन महिलाओं की मौत ! एक महिला तथा 5 वर्षीय मासूम गंभीर हालत में देवरिया रेफर ।

पत्नी ने शराब पीने से रोका तो पति ने फांसी लगाकर कर ली खुदकुशी.

कोरोना महामारी में  रोगियों के हमदर्द बने डॉ आशुतोष दिनेंद्र

चिकित्सा कोई पेशा नहीं बल्कि सेवा है-डॉ अनुपम आदित्य

 

Leave a Reply

error: Content is protected !!