क्या महंगाई के कारण परिवारों पर बोझ बढ़ा है?

क्या महंगाई के कारण परिवारों पर बोझ बढ़ा है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क ताजा रिपोर्ट में बताया गया है कि दिसंबर 2023 में घरेलू कर्ज अपने सर्वाधिक स्तर पर पहुंच गया. सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) में पारिवारिक ऋण का अनुपात 40 प्रतिशत हो गया है. साथ ही, जीडीपी में पारिवारिक बचत का अनुपात लगभग पांच…

Read More

यह चैत्र अब तक का सुंदरतम चैत्र है।

यह चैत्र अब तक का सुंदरतम चैत्र है। ए रामा चइत महिनवा!………… श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क पता नहीं कब से, शायद जब से धरा धाम पर राम आये तभी से सभ्यता के लिए चैत्र मास का अर्थ ही ‘राम’ होता है। फगुआ की शाम को ढोलक पर पड़ती एक मदमाती थाप, और अनेक उल्लासित कंठों…

Read More

चिपको आंदोलन ने देश को एक राह दिखाई थी

चिपको आंदोलन ने देश को एक राह दिखाई थी श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क चिपको आंदोलन की शुरुआत प्रदेश के चमोली जिले में गोपेश्वर नाम के एक स्थान पर की गई थी. आंदोलन साल 1972 में शुरु हुई जंगलों की अंधाधुंध और अवैध कटाई को रोकने के लिए शुरू किया गया. इस आंदोलन में महिलाओं का…

Read More

क्या आदिवासियों ने मोटे अनाज को विलुप्त होने से बचाया है?

क्या आदिवासियों ने मोटे अनाज को विलुप्त होने से बचाया है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क मोटा अनाज एक समय भारतीय समुदायों के मुख्य भोजन का हिस्सा था. गेहूं, चावल और चीनी का प्रचलन भारतीय खाद्य संस्कृति में 20वीं सदी में शुरू हुआ. हरित क्रांति ने भारतीय मैदानी क्षेत्रों में गेहूं और चावल को लोकप्रिय बना…

Read More

रोजगार की गति को कैसे बढ़ाई जा सकती है?

रोजगार की गति को कैसे बढ़ाई जा सकती है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क जेनेवा स्थित अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन और दिल्ली स्थित इंस्टिट्यूट फॉर ह्यूमन डेवलपमेंट ने संयुक्त रूप से ‘इंडिया एमंप्लॉयमेंट रिपोर्ट 2024’ प्रकाशित किया है. तीन सौ पन्नों की यह सारगर्भित रिपोर्ट भारत में श्रम एवं रोजगार के संबंध में इन दोनों संस्थानों द्वारा…

Read More

मोदी काल में मुसलमानों को लेकर कैसे बदल गई भाजपा की रणनीति?

मोदी काल में मुसलमानों को लेकर कैसे बदल गई भाजपा की रणनीति? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क भाजपा का संकेत साफ है. मुसलमानों में पैठ बनाने के लिए पार्टी दशकों से चली आ रही प्रतीकात्मक राजनीति का सहारा नहीं लेगी. इस वर्ग को उन मुश्किल सीटों पर अपनी प्रासंगिकता साबित करनी होगी, जहां उनके वोट निर्णायक…

Read More

क्या भोजन की बर्बादी रोकने के लिए क्रांति करने की आवश्यकता है?

क्या भोजन की बर्बादी रोकने के लिए क्रांति करने की आवश्यकता है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क भोजन की बरबादी को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में प्रतिदिन लगभग एक अरब थालियां बरबाद होती हैं, यानी हर व्यक्ति एक वर्ष में औसतन 79 किलो खाना…

Read More

वर्ल्ड एक्वेटिक एनिमल डे: जलचर प्राणियों को समर्पित दिवस

वर्ल्ड एक्वेटिक एनिमल डे: जलचर प्राणियों को समर्पित दिवस श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क जलीय जीवों की दुनिया हम इंसानों से कई गुना बड़ी और विकसित है. समुद्र में तो अनगिनत ज्ञात-अज्ञात प्रजातियां रहती हैं. जलीय जीवों की कुछ ऐसी भी प्रजातियां हैं, जिनके बारे में जानकर आप चकित रह जायेंगे. ऐसे में इनके संसार को…

Read More

चंदू के बलिदान को विचारों की घालमेल ने धूमिल किया.

चंदू के बलिदान को विचारों की घालमेल ने धूमिल किया. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क सीवान के लाल व जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष चन्द्रशेखर की 27वें पुण्यतिथि पर भाव पूर्ण श्रद्धांजली व्यक्त करता हूँ। नमन है उस विचारधारा के पुंज को, जिसने अंतिम समय तक अपने विचार को समाज में जीवंत रखा। चंदू आपकी याद सदैव…

Read More

क्या सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी करना युवा ऊर्जा की बर्बादी है?

क्या सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी करना युवा ऊर्जा की बर्बादी है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क भारत की अर्थव्यवस्था की वृद्धि एवं विस्तार में युवाओं को ही नेतृत्व करना है. इसके लिए आवश्यक है कि ऐसे प्रबंध हों, जिनसे उन्होंने रोजगार भी मिले और वे आर्थिक वृद्धि एवं समृद्धि में मुख्य योगदान भी कर सकें….

Read More

महेन्द्र बाबू अपने छात्र जीवन से ही क्रान्तिकारी विचार से प्रभावित थे-डाॅ. ज्योत्स्ना प्रसाद

महेन्द्र बाबू अपने छात्र जीवन से ही क्रान्तिकारी विचार से प्रभावित थे-डाॅ. ज्योत्स्ना प्रसाद श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क भक्ति की अजस्र धारा को हम निर्गुण भक्ति-धारा और सगुन भक्ति-धारा में विभक्त कर देते हैं, पर दोनों का उद्देश्य एक ही है; ईश्वर की प्राप्ति। ठीक वैसे ही भारतीय स्वतंत्रता-संग्राम में गाँधीजी की अहिंसावादी विचार-धारा और…

Read More

होली उत्सव और आनंद की भावना जगाता है!

होली उत्सव और आनंद की भावना जगाता है! श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क सब तरह-तरह के रंगों से रंगे हुए थे. होली का अर्थ ही है रंग- जीवन के, पेड़-पौधों के, फूलों के, नवान्न और फसलों के. धूप कुछ बढ़ गयी है, तो फूल मुरझाने लगे हैं, मगर सेमल अभी खिला दिखता है. सरसों के पीले…

Read More

क्या मत्स्य संपदा को लेकर चिंता बढ़ी है?

क्या मत्स्य संपदा को लेकर चिंता बढ़ी है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क लालच के कारण वैश्विक स्तर पर समुद्र में मछलियां और अन्य संसाधन धीरे-धीरे समाप्त होते जा रहे हैं. मानव सभ्यता के विकास के साथ-साथ समुद्री तट पर रहने वाले लोगों के लिए मत्स्य आखेट रोजगार का प्रमुख साधन रहा है. भारत, जिसका समुद्री…

Read More

पुतिन की जीत का भारत के लिए क्या मतलब है?

पुतिन की जीत का भारत के लिए क्या मतलब है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क दो बातें तो रूस में राष्ट्रपति चुनाव से पहले से तय मानी जा रही थीं- एक, व्लादिमीर पुतिन फिर से राष्ट्रपति निर्वाचित होंगे और उन्हें भारी मतों से जीत मिलेगी तथा दो, यदि पुतिन की जीत होती है, पश्चिमी देश चुनाव…

Read More

क्या परमाणु संयम का समय आ गया है?

क्या परमाणु संयम का समय आ गया है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क आसिफ अली जरदारी ने हाल ही में एक बार फिर पाकिस्तान के राष्ट्रपति का पद संभाला है। उनकी बेगम बेनजीर भुट्टो की हत्या हुई थी और उन्हें सुपुद-ए-खाक हुए 17 साल बीत गए हैं। 36 साल पहले 1988 में, पाकिस्तान के बाहर बहुत…

Read More
error: Content is protected !!