मशरक में बाबा कालभैरव की मूर्ति स्थापना के लिए निकला कलशयात्रा
पूजा-अर्चना के बाद हुआ प्राण प्रतिष्ठा
श्रीनारद मीडिया, विक्की बाबा, मशरक, सारण (बिहार):
सारण जिले के मशरक प्रखंड के बहरौली पंचायत के देवरिया मल्लाह टोली में बाबा काल भैरव की मूर्ति स्थापना को लेकर कलशयात्रा निकाली गई जो दुमदुमा शिव मंदिर में पूजा अर्चना के बाद घोघारी नदी से जल भरी कर नवनिर्मित काल भैरव मंदिर में राजस्थान से मंगाई गई मूर्ति की स्थापना हुई। पुरोहित अरविंद पाण्डेय और यजमान रामचंद्र भगत ने पूजा अर्चना किया।विधि-विधान व मंत्रोच्चार कर महाकाल भैरव की स्थापना कर प्राण-प्रतिष्ठा की गई। इस दौरान परिसर में स्थित सभी देवताओं की पूजा-अर्चना भी की गई। दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने भजन-कीर्तन किया। वहीं श्रद्धालुओं ने बाबा भैरव महाकाल की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। मौके पर पुरोहित ने बताया कि काल भैरव शिव का रूप हैं और इनकी पूजा करने से आपको भय नहीं सताता है। कुल मिलाकर कहा जाए तो काल भैरव आपकी रक्षा करते हैं। ऐस में नवरात्रि में जो लोग विशेष सिद्धियों की प्राप्ति के लिए देवी दुर्गा की आराधना, पूजा करते हैं उनके लिए भगवान भैरव की पूजा करना भी आवश्यक है। बिना भैरव की पूजा के दुर्गा की आराधना अधूरी रहती है। तंत्र-मंत्र की सिद्धियों से जुड़े लोगों को विशेषकर नवरात्रि में भैरव की पूजा अवश्य करना चाहिए। जिस तरह देवी दुर्गा अपने भक्तों की सभी मनोकामना पूर्ण करती हैं उसी तरह भगवान भैरव भी समस्त प्रकार की सिद्धियों के दाता हैं।कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से रामचन्द्र भगत, चंद्रमा पंडित, बिगू माँझी,निरंजन कुमार शामिल हुए।
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