आओ इस ठंड बन जाए किसी की उम्मीद की चादर

आओ इस ठंड बन जाए किसी की उम्मीद की चादर

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क


बढ़ते ठंड को देखते हुए बीते रात जहाँ सभी लोग अपने घरों में सो रहे है वही सोसाइटी हेल्पर ग्रुप ट्रस्ट के युवाओं की टोली सीवान की सभी गलियों ओर चौक चौराहों ओर कई मुख्य मार्गो पर रात्रि 11 बजे से घूम घूम कर कम्बल वितरण करने का काम की। इस ठंड जरा उनसे पूछो जो न चाहते हुए भी कैसे इतनी ठंड में सड़क किनारे,रिक्सा पे,टेम्पू में ओर गलियों में सोने को मजबूर है.

शहर की गलियों में घूमने पर देखा गया कि बहुत ऐसे भी लोग थे जो एक चादर या एक कम्बल ओढ़े सो रहे थे जिस कदर ठंड बढ़ी है ये ठंड एक चादर एक कम्बल से नही जाने वाली इस लिए यह ट्रस्ट लगातार प्रयास कर रही है ताकि लोगो तक मदद पहुचाई जा सकें
ट्रस्ट के संस्थापक अनमोल कुमार ने कहा कि लगातार लोगो से अपील कर रहे है कि आपके नजर में कोई भी ठंड से कांपते हुए दिखे या किसी को भी इस ठंड में किसी चीज की जरूरत लगे तो हमें तुरन्त बताए ताकि लोगों की मदद की जा सकें और इस ठंड किसी की भी मौत ठंड से न हो.

कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अभिमन्यु जी,संदीप जी,नीतीश जी,चन्दन जी,सोनू जी,करन जी,अविनाश जी,अनुज जी,मुरारी जी,रवि जी का दिल से धन्यबाद।


जब से ठंड बढ़ा है सोसाइटी हेल्पर ग्रुप ट्रस्ट अपने नए कार्यो को लेकर निकल चुकी है सड़क पर सोशल मीडिया के माध्यम से 10 मोबाइल नम्बर जारी कर लगातार लोगों से अपील कर रही है आपके घर पर जो कपड़े पुराने पड़े है या जो आपके लिए बेकार हो चुका है हमें दे ताकि उस कपड़े से इस ठंड उनके बदन को भी ढका जा सकें जो बिन घर सड़को पे रहने को मजबूर है। साथ ही साथ सभी के सहयोग से कम्बल का भी वितरण हर रोज किया जा रहा है.

हमारा यह प्रयास सफल भी हो रहा है पिछले एक महीने में सिवान के लगभग 1000 घरों से कपड़े मिले एक कॉल पे ट्रस्ट के सदस्य सभी के घर जा जा कर कपड़े को ले रहे है ओर इतनी ठंड में सुबह और रात्रि के समय उन उन जगहों पे जाकर कपड़े पहुचा रहे है जहाँ किसी की नजर नहीं जा रही है।

आपके नजर ने कोई भी अगर ठंड से कांपते हुए दिखे तो हमे जानकारी दे ताकि हम जाकर उनकी मदद कर पाएं।
हम सभी युवाओं का प्रण है इस ठंड हम उनका भी सहारा बने जो इस ठंड में बिन छत बिन घर को रहने को मजबूर है.

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