नीतीश सरकार की पुलिस हुई बेलगाम, रघुनाथपुर के  जिला परिषद सदस्य को पीटा

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फर्जी केस बनाकर जेल में डालने के लिए बिठाया बिना नंबर की गाड़ी पर

बवाल बढ़ते देख जातिसूचक गाली गलौज कर,सब नेतागिरी ……घुसारने की धमकी देकर छोड़ा

दो आबकारी पुलिस को नामजद करते हुए पीड़ित जिप सदस्य ने थाने में दिया शिकायत

श्रीनारद मीडिया,प्रसेनजीत चौरसिया, सीवान (बिहार)

बिहार में नीतीश कुमार के सरकार में अफसरशाही चरम पर है.नीतीश की पुलिस तो बेलगाम हो गई है।शराब की छापेमारी कहकर गरीब, पिछड़ों,दलितों,शोषितो को आए दिन टॉर्चर किए जाने की खबर मिलते रहती है।
इससे से जुड़े सीवान के रघुनाथपुर में करीब एक लाख जनता का प्रतिनिधित्व करने वाले जिलापरिषद सदस्य को बेवजह पीटने,फर्जी केस बनाकर जेल में डालने की बात कहते हुए बिना नंबर प्लेट की गाड़ी में बिठाकर ले जाने का खबर गुरुवार को तूल पकड़ लिया।

घटना के बारे में पीड़ित जिप सदस्य राजपुर गांव निवासी मनोज बैठा ने बताया कि हमारे ही गांव में बुधवार की शाम को शराब की छापेमारी को लेकर सादे लिबास में बिना नंबर की गाड़ी से कुछ लोग आए और बेकुसूर लोगो को टॉर्चर करने लगे जिसकी सूचना पाकर हम मौके पर पहुंचकर उनलोगो से परिचय मांगने भर मात्र से ही उल्टे हमसे परिचय जानकर भद्दी भद्दी गालियां देते हुए थप्पड़ मारकर गाड़ी पर बिठाकर लिया।


बवाल बढ़ते देख राजपुर और आदमपुर के बीच बगीचे में जातिसूचक गाली देते हुए सारा नेतागिरी पिछवाड़े में घुसारने की धमकी देते हुए छोड़ दिया।
पीड़ित जिप सदस्य ने स्थानीय पुलिस को दो आबकारी पुलिस धर्मेंद्र और रंजीत व अन्य के खिलाफ छिनतई करने,लात घुसो से मरने,जातिसूचक गाली गलौज देने जैसी शिकायत दी है।

इस संबंध में उत्पाद थानाध्यक्ष सह आरोपित धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि जिप सदस्य मनोज बैठा को शराब से संबंधित पूछताछ के लिए लाया गया था.जिन्हे छोड़ भी दिया गया है।मारपीट करने,छिनतई करने,जातिसूचक गाली गलौज करने जैसे आरोप बेबुनियाद और झूठा है।

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