धनबाद में पत्रकार पर हुए हमले को श्रमजीवी पत्रकार संघ हरियाणा ने बताया लोकतंत्र पर हमला

धनबाद में पत्रकार पर हुए हमले को श्रमजीवी पत्रकार संघ हरियाणा ने बताया लोकतंत्र पर हमला

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

देशभर में पत्रकार सुरक्षा कानून जल्द से जल्द लागू करने की मांग

श्रीनारद मीडिया, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, हरियाणा

गत दिवस कांग्रेस के दो गुटों में जमकर मारपीट हुई है, लोहे के रॉड और हेलमेट से दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हमला किया।
उक्त घटना की घोर निंदा करते हुए श्रमजीवी पत्रकार संघ हरियाणा की प्रदेश अध्यक्ष डॉ. इन्दु बंसल ने कहा कि कांग्रेस की इस बैठक की कवरेज करने पहुंचे पत्रकारों पर भी जिले के कार्यकारी अध्यक्ष के पुत्र और भाई ने रॉड से हमला किया है यहां तक कि पत्रकारों के कैमरे भी तोड़ दिये गए।

इस घटनाक्रम की श्रमजीवी पत्रकार संघ हरियाणा घोर निंदा करते हुए आरोपियों के खिलाफ़ सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग करता है।
हमले के इस घटनाक्रम में धनबाद जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रसीद रजा और पार्टी के एक अन्य गुट के बीच जमकर मारपीट हुई, रणधीर वर्मा चौक पर कांग्रेसियों ने घंटों रोड जामकर बवाल काटा देखते ही देखते रणधीर वर्मा चौक रणक्षेत्र में तब्दील हो गया, इस घटनाक्रम की कवरेज करने गए पत्रकार पर भी उपद्रवियों ने लोहे की रॉड से हमला कर दिया साथ ही पत्रकार का कैमरा भी तोड़ दिया, जिस हमले में एक मीडियाकर्मी घायल हो गया।

डॉ. बंसल ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष के गुर्गे यहीं नहीं रुके वो फिर से रणधीर वर्मा चौक पर दूसरे गुट से मारपीट करने लगे लगातार हमला करते रहे हेलमेट से भी एक दूसरे पर हमला बोला।

डॉ. बंसल ने कहा कि पत्रकार पर हुए इस हमले से देश भर के पत्रकार जगत में काफ़ी रोष है, इस हमले की श्रमजीवी पत्रकार संघ हरियाणा घोर निंदा करता है साथ ही दोषियों के खिलाफ सख़्त से सख्त कार्यवाही की मांग करता है।

धनबाद में पत्रकारों पर हुए हमले की श्रमजीवी पत्रकार संघ हरियाणा घोर निंदा करता है। दोषियों पर जल्द ही कानूनी कार्यवाही हो। इस तरह की घटनाओं से पत्रकारिता के स्वतंत्र लेखन पर असर पड़ता है साथ पत्रकारों के परिवारों की सुरक्षा पर बहुत से सवाल खड़े होते हैं।

सभी राज्य सरकारों को चाहिए कि पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर ठोस कानून बने। साथ ही भारत सरकार भी शीघ्र ही पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करे।

Leave a Reply

error: Content is protected !!