आसमान में छाए बादलों ने छठ व्रतियों की ली परीक्षा
परंपरा, आस्था, श्रद्धा एवं विश्वास का महान पर्व छठ सम्पन्न
✍🏻 राजेश पाण्डेय
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

मौसम में आए अचानक बदलाव ने सभी व्यक्तियों को आसमान ताकने पर मजबूर किया, अंततः पंचांग के अनुसार समय पर छठ व्रतियों ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर सूर्योपासना का महान पर्व संपन्न किया।
नदी के घाटों, तालाबों के तट,अपने अहाते और छतों पर व्रतियों ने अपने सुविधा अनुसार अर्ध्य देकर चार दिन का महान व्रत संपन्न किया।
दरअसल बंगाल की भी खाड़ी में उठा कम दबाव का क्षेत्र उड़ीसा, बंगाल व बिहार तक में पसर गया है। मौसम विभाग के अनुसार बूंदा-बांदी होने के साथ-साथ बारिश भी हो सकती है। जिसे लेकर प्रशासन सतर्क है। मौसम विभाग लगातार अपने माध्यमों से इस ‘मोथा’ चक्रवात की सूचनाएं प्रेषित कर रहा है। ‘मोथा’ का मतलब सुगंधित होता है, यह नाम थाईलैंड ने दिया है।

दो दिन मौसम में बदलाव के आसार
मौसम विभाग के अनुसार क्षेत्र में बदली छाए रहने के चलते अधिकतम तापमान में 5 से 8 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 20.5 डिग्री सेल्सियस रहा। आर्द्रता सुबह 95 प्रऔर शाम को 76 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण पूर्वांचल में नमी बढ़ी है और मौसम का चक्र अस्थिर हुआ है। इसका असर अगले दो से तीन दिनों तक रहेगा। इस दौरान कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि अगले 48 घंटे में तापमान में 3-5 डिग्री की बढ़ोतरी के बाद फिर 2-3 डिग्री की गिरावट आ सकती है, जबकि न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं होगा।
भारत निर्वाचन आयोग की अपील के बाद सभी मतदाता बंधु अवश्य मतदान करेंगें। इससे बिहार में एक लोकप्रिय सरकार का गठन अवश्य होगा।इस कामना के साथ वर्ष 2025 की छठ पूजा संपन्न हो गई है। अब सभी की उत्सुकता चुनाव प्रचार एवं 6 व 11 नवंबर को होने वाले मतदान और सबसे बढ़कर 14 नवंबर को निकलने वाले परिणामों पर लग गई है।
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